सात साल में तीसरी बार फिरोजपुर आ रहे पीएम मोदी, 30 एकड़ में सजा पंडाल, 10 हजार सुरक्षा कर्मी रहेंगे तैनात, बनाए गए सात हेलीपैड
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के लिए मंगलवार को दिनभर हुई बूंदाबांदी के बावजूद भाजपा नेता और पुलिस प्रशासन अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे रहे। खास बात यह है कि मोदी सात वर्ष में तीसरी बार फिरोजपुर आने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बुधवार को होने वाली रैली के लिए मंगलवार को दिनभर हुई बूंदाबांदी के बावजूद भाजपा नेता और पुलिस प्रशासन अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे रहे। खास बात यह है कि मोदी सात वर्ष में तीसरी बार फिरोजपुर आने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले वे 23 मार्च 2015 व अक्टूबर 2015 दीवाली को फिरोजपुर आए थे। इससे पहले वर्ष 2007 में गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए मोदी हुसैनीवाला स्मारक के साथ आयोजित मुरारी बापू की रामकथा में आए थे।
इनसे पहले 1962 में पंडित जवाहर लाल नेहरू के अलावा इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी भी फिरोजपुर आ चुके हैं। वाजपेयी विधानसभा चुनावों में वर्ष 2002 में सुखपाल सिंह नन्नू के हित में चुनाव प्रचार करने आए थे और उन्होंने उस वक्त व्यापारियों सहित अन्य वर्ग के साथ बैठक भी की थी। संघ नेता अशोक पुरी बताते हैं कि फिरोजपुर की जनता के साथ वाजपेयी का भी पुराना रिश्ता था। वह हमेशा ही गिरधारा सिंह के चुनाव प्रचार करने आया करते थे।
समाजसेवी शैलेंद्र शैली ने कहा कि वाजपेयी की तर्ज पर अगर प्रधानमंत्री मोदी भी व्यापारियों सहित अन्य वर्गों की समस्याओं का समाधान करें तो पंजाब के लोगो के लिए अच्छी बात होगी।उधर, मंगलवार को मोदी की रैली के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और भाजपा के पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र शेखावत के बाद केंद्रीय मंत्री मिनाक्षी लेखी और हरदीप पुरी भी फिरोजपुर पहुंच गए हैं।
PM @narendramodi Ji will lay the foundation stone of multiple development projects worth more than ₹42,750crore in Ferozepur tomorrow. These projects include Delhi-Amritsar-Katra Expressway, 4 lane upgradation of Amritsar-Una section, Mukerian- Talwara New Broad Gauge rail line. - Meenakashi Lekhi (@m_lekhi) 4 Jan 2022
प्रधानमंत्री की रैली के लिए तीस एकड़ में सजाए पंडाल में 50 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं, वहीं मंच को विशेष रूप से सजाया गया। रैली की सुरक्षा के लिए 10 हजार पुलिस कर्मचारी रैली स्थल पर तैनात किए गए हैं। पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री के आगमन के लिए यहां तीन हेलीपैड बनाए गए हैं, वहीं हुसैनीवाला बार्डर के पास चार हेलीपैड अलग से तैयार किए गए हैं।