माछीवाड़ा की धरती के नीचे पेट्रोलियम पदार्थ होने की उम्मीद
माछीवाड़ा इलाके के आसपास कई गांवों में धरती के नीचे पेट्रोलियम पदार्थ होने की उम्मीद है।
संस, श्री माछीवाड़ा साहिब : माछीवाड़ा इलाके के आसपास कई गांवों में धरती के नीचे पेट्रोलियम पदार्थ होने की उम्मीद है। इसके बारे में पता करने के लिए ओएनजीसी की तरफ से एक प्राइवेट कंपनी को ठेका दिया गया है।
रविवार को माछीवाड़ा के पास गांव झड़ौदी, लक्खोवाल और रतीपुर के नजदीक कंपनी अल्फा जीईओ के अधिकारियों ने सर्वे किया। उनकी तरफ से धरती के नीचे पेट्रोलियम पदार्थ की जानकारी पता करने के लिए किसानों के खेत में सैकड़ों फीट गहरे कई बोर किए गए। कंपनी के अधिकारी भुपिदर सिंह ने बताया कि धरती के नीचे खनिज पदार्थो की संभाल करने वाली भारत सरकार की कंपनी ओएनजीसी को सैटेलाइट के जरिए यह जानकारी मिली है कि पानीपत से लेकर गुरदासपुर तक कुछ भाग है जहां पर धरती के नीचे पेट्रोलियम पदार्थ और गैस हो सकती है। ओएनजीसी ने अल्फा जीईओ कंपनी को यह जिम्मेदारी सौंपी और सैटेलाइट द्वारा उन जमीनों की निशानदेही की गई। वे पानीपत से लेकर गुरदासपुर तक के अलग-अलग स्थानों पर बोर कर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं कि धरती के नीचे कितनी मात्रा में पेट्रोलियम पदार्थ है। रविवार को माछीवाड़ा के विभिन्न गांवों में अल्फा जीईओ द्वारा मशीनों से धरती के नीचे करीब 80 फुट गहरा बोर किया गया और उसके बाद बोर में तार डाल कर आधुनिक मशीनों द्वारा ब्लास्ट कर एक फ्लोपी तैयार की गई।
अधिकारी भुपिदर सिंह ने बताया कि यह उनका 2-डी प्रोजेक्ट है जिसकी फ्लोपी तैयार करके हैदराबाद के रिसर्च सेंटर में भेजी जाएगी। वहां वे कुछ महीने बाद पूरी रिपोर्ट देंगे कि किस गांव में किस जमीन के नीचे कितनी मात्रा में पेट्रोलियम पदार्थ हैं। 2-डी रिपोर्ट आने के बाद 3-डी प्रोजेक्ट शुरू होगा और अंतिम रिपोर्ट के बाद सारी जानकारी मिल सकेगी कि पानीपत से लेकर गुरदासपुर तक किस-किस जमीन में से तेल या गैस निकाली जा सकती है। उन्होंने बताया कि सर्वे के लिए टीम राहों तक पहुंच चुकी है। धमाकों से कांपी धरती, लोगों ने समझा भूकंप आया
माछीवाड़ा के आसपास गांव रतीपुर, लक्खोवाल और झड़ौदी में अल्फा जीईओ कंपनी द्वारा 80 फुट गहरे बोर करने के बाद उस में ब्लास्ट किए गए। जब भी बोर में ब्लास्ट हुआ तो धरती कांप उठती। इन धमाकों की गूंज माछीवाड़ा शहर में भी कई बार सुनाई दी। लोग यह समझते रहे कि शायद भूकंप आ रहा है या धरती के नीचे झटके लग रहे हैं। अल्फा जीईओ कंपनी के अधिकारी भुपिदर सिंह ने बताया कि धरती के नीचे बोर कर ब्लास्ट करने की मंजूरी प्रशासन से ली गई है।