कोरोना का खौफ.. प्रापर्टी टैक्स जमा करवाने के लिए लगी लंबी लाइन, टेस्ट का नाम सुनते ही सब खिसके
नगर निगम जोन डी में प्रापर्टी टैक्स जमा करवाने के लिए खासी भीड़ उमड़ रही है। इस बीच मेडिकल टीम वहां पहुंची और लोगों से मुफ्त कोरोना टेस्स कराने की बात कही। इसके बाद भीड़ चंद मिनटों में वहां से गायब हो गई।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। कोरोना टेस्ट को लेकर अभी लोगों में काफी खौफ है। ताजा किस्सा नगर निगम जोन डी का है। यहां प्रापर्टी टैक्स जमा करवाने के लिए लोग आए हुए थे। काउंटर पर लंबी लाइन देखकर अफसर काफी खुश थे कि इस बार रिकवरी ठीक-ठाक हो जाएगी। उसी दौरान कोरोना टेस्ट करने के लिए मेडिकल टीम आ गई। उन्होंने कैंप लगाया तो सिर्फ 23 निगम कर्मी ही टेस्ट करवाने आए। एक स्वास्थ्य कर्मी ने जोनल कमिश्नर को बताया कि टीम खाली बैठी है। किसी को टेस्ट करवाना है तो उन्हेंं भेज दें। जोनल कमिश्नर नीचे आए और लाइन में खड़े लोगों से कह दिया कि वे हेल्थ टीम से फ्री में कोरोना टेस्ट करवाएं। यह सुनते ही लाइन में लगे लोग खिसक गए। कुछ ही मिनट में काउंटर खाली हो गया। तभी ब्रांच के अफसर बाहर आए और फिर बोले कि कोरोना टेस्ट के चक्कर में उनकी रिकवरी न कम हो जाए।
अपडेट नहीं रहते मान
हमारे यहां कई नेता ऐसे हैं जिन्हेंं यह ही नहीं पता होता कि देश में कौन सा कानून पास हुआ है और कौन सा होने वाला है। वे ताजा घटनाओं को लेकर अपडेट ही नहीं रहते। ऐसा ही एक वाक्या तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान भगवंत मान कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी के लुधियाना कार्यालय में पहुंचे थे। यहां उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केंद्र व राज्य सरकारों पर बरसते वक्त मान ने एनआरसी (नेशनल रजिस्टर आफ सिटीजंस) कानून भी पास कर दिया। उन्होंने बातचीत में कई बार कहा कि केंद्र सरकार ने धक्के से एनआरसी कानून पास कर समाज के वंचित वर्ग के साथ धोखा किया है। इसी बीच वहां मौजूद पार्टी के एक नेता ने मान से कहा कि एनआरसी नहीं, वह सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) था। उसके बाद भी मान बार-बार एनआरसी ही बोलते रहे। नेता इस पर गुफ्तगू करते रहे।
हुण तां पिच्छा छड्ड दो
वार्ड 28 के पार्षद परमजीत सिंह टोना गरचा सीवरेज जाम की समस्या से इतने तंग हैं कि आए दिन नगर निगम के दफ्तर में आकर अफसरों और मेयर से मिलते रहते हैं। हर बार आकर वह वार्ड में सीवरेज जाम की समस्या ही रखते हैं। मेयर और कमिश्नर ओएंडएम ब्रांच के अफसरों को इलाके में भेज देते हैं। मगर सीवरेज जाम की समस्या इतनी जटिल है कि अफसर भी इससे तंग आ चुके हैं। कुछ दिन पहले पार्षद फिर वही समस्या लेकर मेयर के पास आए। उन्होंने फिर ओएंडएम ब्रांच अफसरों को वार्ड में सुपर सक्शन मशीन से सफाई करने को कहा। दुखी अफसर मशीन लेकर इलाके में पहुंचे और उन्होंने पार्षद को हाथ जोड़ते हुए कह दिया, 'हुण सुपर सक्शन मशीन वी आ गयी, पर हुण तुहाडे वार्ड दी समस्या दा हल नईं होणा। तुसीं हुण तां पिच्छा छड्ड दो, सीवरेज जाम दी शिकायत लै के दोबारा न आयो।
आखिर खुल ही गई पोल
कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु और सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के बीच लंबे समय से अनबन चल रही है। हालांकि ये सार्वजनिक नहीं थी। कारण, दोनों के बीच की अनबन को छुपाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे थे। इसी अनबन का नतीजा था कि शहर के बड़े प्रोजेक्ट जगराओं पुल का औपचारिक उद्घाटन तक नहीं हो सका, क्योंकि मेयर बलकार सिंह संधू अगर जगराओं पुल का उद्घाटन करवाते तो इसमें दोनों में से एक जरूर गैरहाजिर रहता और गुटबाजी सामने आ जानी थी। हालांकि राहुल गांधी के लुधियाना दौरे पर ये अनबन जगजाहिर हो ही गई। मंच पर तो बिट्टू उनके साथ ही मौजूद रहे, लेकिन जैसे ही राहुल गांधी रायकोट पहुंचे तो बिट्टू ने अचानक मंच से दूरी बना ली। ऐसे दूरी बनाने की पड़ताल की तो पता चला कि रायकोट रैली जिम्मेदारी आशु के पास थी। खैर, आखिरकार इस अनबन की पोल खुल ही गई।