Isolation Center की बिजली गुल हुई तो मरीज ने मचा दिया शोर, प्रबंधों की खुली पोल
एमसीएच में बनाए आइसोलेशन सेंटर में रविवार की रात बिजली गुल होने से मरीज मानसिक परेशान हो गया और उसने शोर मचा दिया। बाद में मरीज को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा।
लुधियाना,[दिलबाग दानिश]। कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे सेहत विभाग का हाल देखिए। चंडीगढ़ रोड से कुछ ही दूरी पर वर्धमान के पीछे स्थित मदर चाइल्ड अस्पताल (एमसीएच) को भी आइसोलेशन सेंटर तो बना दिया परंतु वहां पर पहले से सुविधाएं नहीं की गईं। अब जब वहां पर कोरोना संक्रमित पाए गए पहले मरीज को भर्ती करवाया गया तो वहां रविवार की रात बिजली गुल होने से मरीज मानसिक परेशान हो गया और उसने शोर मचा दिया। बाद में मरीज को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा। कोरोना से लड़ाई के लिए सेहत विभाग ने वर्धमान के पीछे स्थित एमसीएच को भी आइसोलेशन सेंटर बनाया है। यहां पर होने वाली डिलीवरी बंद कर दी गई है। यहां पर स्टाफ तो है मगर उनके व मरीजों के लिए पुख्ता प्रबंध नहीं है।
बस्ती जोधेवाल की एसएचओ का ड्राइवर है एएसआइ
दरअसल, रविवार को बस्ती जोधेवाल की एसएचओ अर्शप्रीत कौर के पॉजिटिव आए एएसआइ ड्राइवर को यहां पर भर्ती किया गया था। उसे अकेले ही वार्ड में लेटा दिया गया। उसके पास न तो कोई डॉक्टर जा रहा था और न ही उसके लिए कोई खाने का बंदोबस्त किया गया। वह अकेला इतना परेशान हुआ कि वह मानसिक तनाव का शिकार हो गया। देर रात आई बारिश के बाद यहां लाइट चली गई और वह और परेशान हो गया। उसके पास भी कोई नहीं जा रहा था। उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। अस्प्ताल स्टाफ ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी तो उसे तुरंत निजी अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा।
डीसी और सीपी ने जताया एतराज, करवाई व्यवस्था
सुबह इसकी सूचना डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर को मिली तो उन्होंने सख्त एतराज जताया। अब एमसीएच के बिजली कनेक्शन को हॉटलाइन कनेक्शन से जोड़ा गया। फिर अस्थायी बाथरूम भी लगा दिए। पानी की मोटर भी चला दी गई। इसके अलावा यहां पर तीन डॉक्टरों की भी तैनाती कर दी गई है।
सीपी ने माना, कुछ कमियां थीं, अब दूर करवा दिया
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने कहा कि हां कुछ कमियां थीं जिसे दूर करवा दिया गया है। उनके विभाग के पुलिस कर्मी पहली कतार में खड़े होकर लोगों को इस महामारी से बचाने के लिए काम कर रहे हैं। उनके लिए व्यवस्था में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
सीपी ने लिया एमसीएच और मेरिटोरियस स्कूल का जायजा
एमसीएच में दाखिल करवाए पुलिस मुलाजिम को आई समस्या के बाद पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने दोपहर को पहले वर्धमान के पीछे स्थित सरकारी एमसीएच अस्पताल और बाद में चंडीगढ़ रोड पर बने मेरिटोरियस सेंटर का जायजा लिया। दरअसल पुलिस अधिकारी चाहते हैं कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति पॉजिटिव आया हो और वह शहर में निजी तौर पर क्वारंटाइन नहीं हो सकता हो, उसे इन सेंटरों में रखा जाए। मगर जब इसकी जमीनी हकीकत देखी गई तो सब कागजों में ही दिखा है। एमसीएच में तो प्रबंध कर दिए गए हैं। मगर मेरिटोरियस स्कूल में तो हालात यह मिले कि वहां पर बेड तक नहीं थे, क्वारंटाइन होने वाले लोग कैसे वहां रखे जा सकेंगे। यही नहीं, वहां खाने तक का प्रबंध नहीं है। इस पर सीपी ने इस संबंधी डीसी से बात की है। उनका कहना है कि यहां पर व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी।
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