जिसने स्कूल नहीं देखा, वह आनलाइन कैसे पढ़ेगा!
जिस बच्चे ने कभी स्कूल नहीं देखा वह बच्चा आनलाइन कैसे पढ़ेगा।
जागरण संवाददाता, लुधियाना :जिस बच्चे ने कभी स्कूल नहीं देखा, वह बच्चा आनलाइन कैसे पढ़ेगा। आज यह समस्या उन सभी अभिभावकों के सामने है, जिनके बच्चे प्लेवे में गए नहीं और उम्र बढ़ने के डर से उन्होंने बच्चों की एडमिशन तो बड़े स्कूलों में करवा दी और अब एक अप्रैल से स्कूलों का नया सेशन शुरू होने जा रहा है तो छोटे बच्चे कैसे आनलाइन क्लासिस के लिए पढ़ सकेंगे। प्री स्कूल एसोसिएशन की मीटिग शनिवार सराभा नगर के एक रेस्तरां में हुई। एसोसिएशन के प्रधान अमनप्रीत सिंह अरोड़ा, शोभन सोई ने कहा कि सरकार को हर हाल में प्री स्कूल खोलने की स्वीकृति देनी चाहिए क्योंकि दो साल से पांच साल की आयु में ही बच्चों का विकास होता है। कोरोना के चलते सब जगह सब कुछ खुला है तो प्लेवे या फिर स्कूलों को बंद रखने का क्या तर्क है। वैसे भी प्री स्कूलों में बच्चों की संख्या कम ही होती है, सरकार प्लेवे स्कूलों के लिए गाइडलाइंस जारी कर दें, हम उन सभी को पूरी तरह से फालो करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोरोना के चलते पिछले एक साल से प्ले वे बिल्कुल बंद है, इस साल फरवरी में खोलने के निर्देश जारी हुए थे। अभी प्ले वे खुले ही थे कि एक महीने बाद दोबारा बंद करने के आर्डर जारी हो गए। अमनप्रीत ने कहा कि प्लेवे अगर अब नहीं खुले तो आने वाले समय में यह बंद ही हो जाएंगे क्योंकि कोरोना की मार झेलते हुए पिछले एक साल में काफी प्लेवे बंद भी हो चुके हैं। प्लेवे स्कूल संचालिका रूचिका अरोड़ा, इशनीत शर्मा, अंजू और पलविदर ने कहा कि सरकार से उनकी यही अपील है कि प्री स्कूलों को जल्द से जल्द खोला जाए। कोरोना की हर गाइडलाइंस प्ले वे स्कूल फालो कर रहा है। सरकार अपनी तरफ से कोई एसओपी जारी कर दें, हम वह भी फालो करने के लिए तैयार हैं।