पीएयू ने पराली से बनाई खूबसूरत ज्वेलरी व सजावटी सामान
सूबे के किसानों को पराली प्रबंधन के विकल्प उपलब्ध करवाने के क्रम में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) ने एक और पहल की है।
लुधियाना [आशा मेहता]। सूबे के किसानों को पराली प्रबंधन के विकल्प उपलब्ध करवाने के क्रम में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) ने एक और पहल की है। पीएयू के होमसाइंस व फैमिली रिसोर्स मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के शिक्षकों के मार्गदर्शन में बीएससी होमसाइंस व बीएससी कम्यूनिटी साइंस के विद्यार्थियों ने पराली से खूबसूरत ज्वेलरी के साथ-साथ घरेलू सजावट में इस्तेमाल होने वाला सामान तैयार किया है।
इस सामान को किसान मेले में प्रदर्शित किया जाएगा। यह सामान स्टूडेंट्स ने बिना किसी मशीनरी के अपने हाथों से बनाया है। इसमें झुमके, चूड़ियां, कड़ा, सेहरा, वॉल हैंगिंग, पेंटिंग व प्लांटर सहित कई अन्य वस्तुएं शामिल हैं। खास बात यह है कि स्टूडेंट्स द्वारा पराली से तैयार किए गए प्लांटर डिस्पोजबल हैं, जिसे चार छह महीने में खराब होने पर आसानी से किचन गार्डन में इस्तेमाल किया जा सकता है।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ एक्सटेंशन एंड कम्यूनिकेशन मैनेजमेंट की हेड डॉ. किरणजोत कौर ने कहा कि पंजाब में जिस तरह से पराली की समस्या है, उसे देखते हुए इस तरह के छोटे-छोटे प्रयासों से समस्या हल हो सकती है। यदि किसानों के परिवार की महिला सदस्य पराली का इस्तेमाल सजावटी सामान बनाने में करें, तो न सिर्फ वह अपने घर को खूबसूरत बना सकती हैं बल्कि पराली से खूबसूरत व बेहतरीन वस्तुएं बनाकर उसे मार्केट में बेचकर मुनाफा भी कमा सकती हैं।
डॉ. सिद्धू ने कहा कि पराली से बनाई गई सभी वस्तुओं को पीएयू किसान मेले में प्रदर्शित किया जाएगा। यदि किसानों, महिलाओं या किसी अन्य ने रूचि दिखाई तो उन्हें इन वस्तुओं को बनाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र में नियुक्त होम साइंस के टीचर्स को पीएयू में बुलाकर ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसके बाद आगे यह टीचर लोगों को ट्रेनिंग देंगे। उन्होंने कहा कि पराली कुदरत की नियामत हैं, बशर्ते इसका सोच समझ कर इस्तेमाल करें।