नगर निगम की जांच में पीएसी का ट्रायल पास, अब पीपीसीबी करेगा टेस्टिंग
अब पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) ने भी पीएसी मिलाने के बाद दरिया के पानी में कम हो रहे प्रदूषण की जांच शुरू कर दी है।
लुधियाना, जेएनएन। बुड्ढा दरिया को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यनल (एनजीटी) का पूरा दबाव है। नगर निगम अब दरिया के पानी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नई नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रहा है। आजकल वह जयपुर की निजी कंपनी के साथ मिलकर पॉली एल्युमिनियम क्लोराइड (पीएसी) के जरिये दरिया के पानी को प्रदूषण मुक्त करने के ट्रायल में जुटा है। निगम की जांच में पीएसी का ट्रायल फिट है।
अब पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) ने भी पीएसी मिलाने के बाद दरिया के पानी में कम हो रहे प्रदूषण की जांच शुरू कर दी है। पीपीसीबी ने पानी की सैंपलिंग करनी शुरू की है और अगले तीन से चार दिन में यह रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद तय होगा कि पीएसी दरिया के प्रदूषण युक्त पानी को साफ करने के लिए कामयाब है या नहीं। हरी झंडी मिलने के बाद ही निगम इस तकनीक को इस्तेमाल में ला सकता है।
नगर निगम ने पीएसी मिलाने के बाद और उससे पहले पानी के जो सैंपल टेस्ट किए उसमें बेहतरीन परिणाम सामने आए थे। पानी में बीओडी, सीओडी व टीएसएस का लेवल बहुत कम हो गया था। इससे अफसर भी उत्साहित हैं। सोमवार को पीपीसीबी के एसई संदीप बहल की अगुवाई में टीम ने जमालपुर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के इनलेट और आउटलेट के सैंपल लिए। इसके अलावा बुड्ढा दरिया में अलग अलग जगहों से भी पानी के सैंपल लिए।
सैंपलों की रिपोर्ट आने के बाद करेंगे अध्ययन
संदीप बहल ने बताया कि यह तकनीक कितनी कारगर है इसके लिए सैंपलिंग की है। सभी सैंपलों की रिपोर्ट आने के बाद उनका अध्ययन किया जाएगा। नगर निगम के सैंपलों की रिपोर्ट क्या आई है, के बारे में अभी नहीं पता, लेकिन रिपोर्ट का तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा। सैंपलिंग के दौरान निगम की तरफ से एसई राजिंदर सिंह उपस्थित रहे।
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