नई प्रक्रिया: पंजाब में 1.14 लाख उद्योगों को दोबारा करवाना होगा रजिस्ट्रेशन, तैयार हाेंगे नए आंकड़े
पंजाब में 1.14 लाख उद्योगों का फिर से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और अगले साल मार्च तक जारी रहेगी। राज्य में उद्योगों के नए आंकड़े तैयार होंगे।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। पंजाब में काफी संख्या में उद्योगाें को दोबारा रजिस्ट्रेशन कराना हाेगा। ऐसा माइक्रो स्माल एवं मीडियम इंटरप्राइजिज (एमएसएमई) उद्योग की परिभाषा मे बदलाव के कारण करना होगा। नई परिभाषा के तहत आकलन प्रक्रिया और श्रेणी में बदलाव किया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें टर्नओवर की परिभाषा को बदला गया है। पंजाब के 23 शहरों में एक लाख 14 हजार 553 के करीब कंपनियों को अब दोबारा उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा करना होगा। इसके आधार पर ही विभाग की ओर से नए आंकड़ों को तैयार कर भविष्य की योजनाएं बनाई जाएंगी।
एमएसएमई की परिभाषा बदलने के बाद नई प्रक्रिया शुरू, उद्यमियों को 31 मार्च 2021 तक का समय
इस प्रक्रिया को एक जुलाई से आरंभ कर दिया गया है और इसके लिए 31 मार्च 2021 तक समय दिया गया है। यह हर कंपनी के लिए अनिवार्य होगा और जो कंपनी इसका पालन नहीं करती, उसे कोई भी लाभ नहीं मिलेगा। रजिस्ट्रेशन में विभाग की ओर से कंपनी का जीएसटी टिन एवं आइटीआर भी जोड़ी जा रही है।
नई परिभाषा में ये बदलाव हुए
एमएसएमई
-अब इनवेस्टमेंट और टर्नओवर दोनों को आधार बनाया जाएगा।
-सर्विस और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर दोनों के लिए एक सामान प्रक्रिया होगी।
माइक्रो यूनिट्स
-पहले : सर्विस के लिए 10 लाख और मैन्यूफक्चङ्क्षरग के लिए 25 लाख रुपये की टर्नओवर सीमा थी।
-अब : इनवेस्टमेंट एक करोड़ और टर्नओवर पांच करोड़ रुपये होगी।
स्माल इंडस्ट्री
-पहले : सर्विस सेक्टर के लिए दो करोड़ रुपये और मैन्यूफैक्चरर सेक्टर के लिए पांच करोड़ टर्नओवर थी।
-अब : 10 करोड़ इनवेस्टमेंट और 50 करोड़ टर्नओवर होगी।
मीडियम कैटेगरी
-पहले : सर्विस सेक्टर के लिए पांच करोड़ और मैन्यूफैक्चङ्क्षरग के लिए 10 करोड़ टर्नओवर कैटेगरी का आधार था।
-अब : इनवेस्टमेंट 50 करोड़ और टर्नओवर 250 करोड़ रुपये होगी।
प्रदेश के किस शहर में कितनी एमएसएमई जिनकी बदलेगी श्रेणी
बात पंजाब की करें, तो इसमें कुल 1 लाख 14 हजार 553 एमएसएमई इकाइयां हैं। इनकी कैटेगरी में रजिस्ट्रेशन के बाद उनके आंकड़ों के मुताबिक बदलाव होगा। इसमें टर्नओवर और इनवेस्टमेंट को आधार माना जाएगा। दोनों में से जो अधिक होगा, वह कंपनी उसी कैटेगरी में गिनी जाएगी।
शहर - कंपनियां
लुधियाना -33134
अमृतसर - 5195
बरनाला - 2034
बङ्क्षठडा - 5026
चंडीगढ़ - 6105
फरीदकोट - 2544
फतेहगढ़ साहिब - 1793
फाजिल्का - 1283
फिरोजपुर - 2122
गुरदासपुर - 1588
होशियारपुर - 3104
जालंधर - 12524
कपूरथला - 3522
मानसा - 2687
मोगा - 4186
मुक्तसर -1849
पठानकोट - 432
पटियाला - 6768
रूपनगर - 983
संगरूर - 4960
एसएएस नगर - 9095
एसबीएस नगर - 2061
तरनतारन - 1558
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'' सरकार ने लंबे समय से इंडस्ट्री की मांग को मानते हुए लिमिट में संशोधन किया है। सारी इंडस्ट्री को दोबारा उद्यम रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन ही भरने के लिए कहा गया है। पंजाब में इस समय एक लाख 14 हजार 553 कंपनियां रजिस्टर्ड है। इस प्रक्रिया के बाद सरकार की ओर से इंडस्ट्री से संबंधित योजनाएं आंकड़ों के आधार पर बनाई जाएंगी।
- कुंदन लाल, सहायक डायरेक्टर, एमएसएमई डीआइ।
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