दृढ़ संकल्प से ही बन सकते हैं सफल उद्यमी
अगर जीवन में सफल होना चाहते हैं तो आपको कमीटमेंट पर सदा अग्रसर रहना चाहिए।
मुनीश शर्मा, लुधियाना
अगर जीवन में सफल होना चाहते हैं तो आपको कमिटमेंट पर सदा अग्रसर रहना चाहिए। इसके साथ आपको दृढ़ संकल्प के साथ कर्मचारियों के हितों के लिए भी अग्रसर रहना चाहिए। अगर आप ईमानदारी से जीवन में आगे बढ़ते हैं तो आपकी ग्रोथ को कोई नहीं रोक सकता। आपका विजन क्लीयर होना चाहिए और बड़ी सोच रखकर कर्मचारियों को भी अधिकार देने की क्षमता होना अनिवार्य है। इससे कंपनी ग्रोथ करेगी और एक अच्छे एन्वायरमेंट में आपकी कंपनी काम करेगी। यह सीख मैंने अपने पिता और ग्रुप के एमडी अशोक गुप्ता से ली है। यह बात अंबिका साइकिल, अंबिका व्हील, अंबिका इंडस्ट्री कार्पोरेशन एवं अंबिका इंटरनेशनल के एमडी अशोक गुप्ता के बेटे डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने कही। मैकेनिकल इंजीनियरिग कर पिता के दोस्त की फैक्ट्री में सीखा काम
अर्पित गुप्ता ने सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से शिक्षा ग्रहण की और इसके बाद भारतीय विद्या पीठ पूणे से मैकेनिकल इंजीनियरिग की। इसके पश्चात पिता के दोस्त मित्तल फास्टनर के मुकेश साहनी के पास ट्रेनिग ली। इस दौरान उन्होंने सर्वप्रथम वर्कशॉप में प्रोडक्शन प्रॉसेस सिखाया और फिर परचेजिग, बिक्री सहित अलग-अलग विभागों के कामकाज को समझा। पिता के व्यवसाय में ही एक्सपेंशन को लगाया रिम प्लांट
पिता के साथ जब कामकाज संभाला तो पाया कि साइकिल इंडस्ट्री में ही एक्सपेंशन की जाए, इसके लिए रिम की डिमांड को आंका और नई टेक्नोलॉजी लाकर बेहतर रिस्पांस दिखा। ऐसे में सबसे लेटेस्ट मशीनरी का प्लांट स्थापित किया। शुरुआत में दो फर्मो के साथ काम किया। इसके बाद नई इनोवेशन और बेहतर क्वालिटी से अब टाटा, हीरो साइकिल, हीरो एक्सपोर्ट, हीरो ईकोटेक, भोगल साइकिल, शाहपुर इंडस्ट्री और कोहिनूर साइकिल जैसी बड़ी कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। व्यापार तभी ग्रोथ करेगा, अगर आप करेंगे इनोवेशन
व्यापार को अग्रसर करना है तो आपको इसके लिए सदा अपग्रेड रहना पड़ेगा। तेजी से आ रहे बदलाव में जल्दी से इनोवेशन का दौर है। ऐसे में मैं फैक्ट्री के प्रोडक्शन प्रॉसैस का हिस्सा रहता हूं और इसमें होने वाले बदलावों से वाकिफ रहता हूं। इनोवेशन के लिए टीम के साथ इनवॉल्ब होकर समस्याओं का समाधान करने के साथ साथ क्रिएटिविटी पर फोकस रखता हूं। एक्सपोर्ट मार्केट के लिए लेता हूं अपग्रेडेशन
एक्सपोर्ट की ग्रोथ के लिए दुनिया भर के बदलाव से वाकिफ होने का प्रयास करता हूं। इसके लिए कई देशों का भ्रमण कर चुका हूं। अभी अफ्रीका देशों में व्यापार आरंभ किया है और अब लक्ष्य यूरोप, अमेरिका जैसी मार्केट में आगे जाने का है। पिता के आदर्श और भाई का साथ बढ़ा रहा ग्रुप की पहचान
पिता अशोक गुप्ता ने सदा कमिटमेंट पर खरा उतरने और सही प्रोडक्ट एवं क्वालिटी पर फोकस करने की नसीहत दी है। साथ ही पिता के दिखाए रास्ते पर चलकर बेहतर टीम क्रिएशन पर फोकस रहता है। छोटा भाई सारांश गुप्ता, जोकि यूके से इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए करके आया है, पिछले दो साल से व्यापार में अहम योगदान दे रहा है। उनके सहयोग से ग्रुप अब इंटरनेशनल मार्केट पर भी फोकस करेगा।