दीवान टोडरमल की जीवनी बताने पर मिलेंगी पूरे साल की किताबें, वाट्सएप से इस नंबर पर भेजना होगा संदेश
संत समाज हर महीने एक बेस्ट मैसेज चुनेगा। उस छात्र को पीठ द्वारा पूरे वर्ष भर की किताबें व कापियां भेंट की जाएंगी। हर महीने एक छात्र चुना जाएगा। पीठ द्वारा दीवान टोडर मल सेवा रसोई में 10 रुपये में भोजन थाली उपलब्ध करवाई जा रही है।
लुधियाना, जेएनएन। श्री हिंदू न्यायपीठ ने दीवान टोडरमल के नाम पर प्रतियोगिता शुरू करने की घोषणा की है। पीठ के प्रवक्ता प्रवीण डंग ने बताया कि 12वीं कक्षा तक के छात्रों को दीवान टोडरमल की जीवनी से संबंधित संदेश वाट्सएप के जरिये 92561-09700 मोबाइल पर भेजने होंगे। प्रतियाेगिता काे लेकर बच्चाें में खासा उत्साह पाया जा रहा है।
संत समाज हर महीने एक बेस्ट मैसेज चुनेगा। उस छात्र को पीठ द्वारा पूरे वर्ष भर की किताबें व कापियां भेंट की जाएंगी। हर महीने एक छात्र चुना जाएगा। डंग ने बताया कि पीठ द्वारा शिवपुरी में संचालित दीवान टोडर मल सेवा रसोई में 10 रुपये में भोजन थाली उपलब्ध करवाई जा रही है।
सोमवार को तनेजा परिवार बेटी इशिका का जन्मदिन मनाने सेवा रसोई पहुंचा। जतिंदर तनेजा ने बताया कि खुद उनकी बेटी ने ही सेवाकार्य के जरिए जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई थी। इस दौरान पंडित राधेश्याम, भूपिंदर बंगा, सुखदेव सिंह सैनी, जगजीत मानक, सचिन बजाज, कृष्ण डंग, मदन लाल डंग, अशोक कुमार व विकास अादि उपस्थित रहे।
दीवान टोडरमल की गुरु घर के प्रति निष्ठा रही है निष्ठा
इतिहास में जब भी दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों जोरावर सिंह जी तथा फतह सिंह की शहादत पर चर्चा होगी तो भाई मोतीराम मेहरा की शहादत तथा दीवान टोडरमल की गुरु घर के प्रति निष्ठा तथा समर्पण का जिक्र किए बगैर इतिहास आगे नहीं बढ़ेगा। जब गुरु परिवार पर आई संकट और विपदा की घड़ी में मुगलों के डर से हर कोई गुरु परिवार का साथ देने से पीछे हट रहा था तो उस समय भाई मोती राम मेहरा तथा दीवान टोडरमल ने अपना फर्ज निभाते हुए वफादारी दिखाई, उसने उन्हें सिख इतिहास में सदा-सदा के लिए अमर कर दिया।