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लुधियाना निगम के अधिकारियों पर भड़के मंत्री आशु, बोले- शहर में एक सड़क बता दो, जिस पर गड्ढे नहीं

शहर की सड़कों की खस्ता हालत को देख गुस्साए मंत्री ने नगर निगम के चारों जोन की बीएंडआर ब्रांच के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने और एक हफ्ते में एक हफ्ते में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए हैं।

By Edited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 07:44 AM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 08:17 AM (IST)
लुधियाना निगम के अधिकारियों पर भड़के मंत्री आशु, बोले- शहर में एक सड़क बता दो, जिस पर गड्ढे नहीं
शहर की सड़कों की खस्ता हालत को देख गुस्साए मंत्री। (जागरण)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। शहर की सड़कों की बदतर हालत किसी से छिपी नहीं है। पिछले पांच साल में नगर निगम नई सड़कों के निर्माण में 179 करोड़ और पैचवर्क पर 222 करोड़ रुपये खर्च करने का दावा करता है लेकिन सड़कों ही हालत निगम के दावे को झुठला देती है। अब तो मंगलवार को कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने खुद नगर निगम की बीएंडआर ब्रांच के अधिकारियों से पूछ लिया कि शहर में एक सड़क बता दो जिस पर गड्ढे नहीं हैं।

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शहर की सड़कों की खस्ता हालत को देख गुस्साए मंत्री ने नगर निगम के चारों जोन की बीएंडआर ब्रांच के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने और एक हफ्ते में एक हफ्ते में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही चेताया है कि अगर निर्देशों पर काम नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई के लिए भी तैयार रहें। उन्होंने निगम की बीएंडआर ब्रांच के अधिकारियों से पूछा कि शहर की सड़कों पर कितने करोड़ रुपये खर्च किए और कितने खर्च किए जा रहे हैं।

पहले तो अधिकारी जवाब देने से बचते रहे लेकिन बाद में सामने आया कि करीब 300 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। इनमें से कुछ खर्च हो भी चुके हैं। इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बाद भी सड़कों की बदतर हालत पर आशु भड़क गए। उन्होंने चारों जोन के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियरों से पूछा कि वह शहर में एक सड़क बताएं जिस पर गड्ढे नहीं है। और तो और नगर निगम मुख्यालय के बाहर घंटाघर की सड़क पर भी गड्ढे हैं। अधिकारियों को साफ कर दिया कि अब बातें करने का वक्त खत्म हो गया है। तूफान आए या बरसात एक हफ्ते में शहर की प्रमुख सड़कों पर गड्ढे नहीं होने चाहिए।

आशु ने मेयर और कमिश्नर को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि नगर निगम में प्रशासनिक स्तर पर कमियां हैं। सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने की योजना उन्हें दो घंटे में उपलब्ध करवाई जाए। बैठक में निगम अधिकारियों को सुझाव दिया कि शहरवासियों के लिए एक एप बनाएं। उस पर लोगों की सभी तरह की शिकायतें लें और अधिकारियों से तुरंत उस पर काम करवाएं।

मेयर व कमिश्नर के कहने पर भी नहीं हुई सड़क की मरम्मत 

मंत्री के सवाल पर जब जोन ए के एसई जवाब देने लगे तो नगर निगम कमिश्नर ने उन्हें लताड़ लगा दी। कमिश्नर ने कहा कि मेयर बलकार सिंह संधू और उन्होंने एसई को सड़क की मरम्मत करने के लिए कहा फिर भी नहीं बनी। इस पर मंत्री ने फिर मोर्चा संभाल लिया और पूछा कि अगर आपके कहने से भी सड़क नहीं बनी तो कार्रवाई क्या हुई। आशु ने कमिश्नर को चारों जोन के एसई को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए।

मंत्री ने गिनाई प्रशासनिक स्तर की कमियां 

1. जो काम निगम के सुपरवाइजर को करना था वह काम पार्षद कर रहे हैं।

2. बीएंडआर ब्रांच के इंजीनियरों के पास कोई प्लानिंग नहीं है।

3. बीएंडआर ब्रांच के अधिकारी ठेकेदारों के सामने चुप क्यों हैं? क्या उनके काणे है?

4. अधिकारी ठेकेदारों से काम करवाने में नाकाम हैं।

एक भी ठेकेदार समय पर नहीं कर रहा काम

मंत्री आशु ने पूछा कि शहर में जो ठेकेदार काम कर रहे हैं क्या वह डेडलाइन के अंदर हो रहे हैं। चारों जोनों के एसई ने कहा कि सभी ठेकेदारों का काम लेट है। मंत्री ने फिर पूछा कि ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें दो-दो बार नोटिस दिए गए हैं। तीसरा नोटिस जारी करने के बाद उन्हें डीबार करने के लिए एफएंडसीसी को भेजा जाएगा। इस पर मंत्री ने कमिश्नर से कहा कि वह जांच करें कि किस ठेकेदार को कितने नोटिस जारी किए गए हैं।

कमिश्नर भी भड़के

हर बार स्कूली बच्चों की तरह पढ़ाना पड़ता है जोन ए के एसई तीरथ बांसल ने बैठक में कहा कि जल्द ही घंटाघर की सड़क को ठीक करवा देंगे। इस पर कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल भी भड़क गए। उन्होंने कहा कि हर बार बैठक में यही कहा जाता है लेकिन उसके बाद काम नहीं होता है। स्कूली बच्चों की तरह पढ़ाना पड़ता है। कारगुजारी में बदलाव नहीं लाए तो एक-एक कर सभी नपेंगे।

प्रमोशन से ज्यादा खुश न हों, डिमोशन करवा दूंगा 

नगर निगम में हाल में कुछ एसडीओ प्रमोट होकर एक्सईएन बने हैं और कुछ एक्सईएन एसई बने हैं। आशु ने प्रमोट हुए सभी अधिकारियों से कहा कि अभी सभी को प्रोवेशन पीरियड है। अगर यही हाल रहा तो प्रमोशन की खुशी ज्यादा नहीं चलेगी। एक-एक का डिमोशन करवा दूंगा। पकड़ा गया झूठ :

रेडी मिक्स के 1300 बैग फिर भी नहीं भरे गड्ढे : मंत्री ने पूछा कि निगम के पास रेडी मिक्स का स्टाक कितना है। तीरथ बांसल ने बताया कि 1300 बैग हैं लेकिन किसी ने भी इसकी डिमांड नहीं भेजी। इस पर पार्षद ममता आशु ने राहुल गगनेजा से कहा कि वह तो बताते हैं कि रेडी मिक्स स्टाक में नहीं है। इस पर गगनेजा चुप रहे। सब कुछ है फिर भी गड्ढे नहीं भरे। 

राहत की सांस

सीएम का फोन आने पर बच गई जान : बैठक के दौरान आशु को मुख्यमंत्री चरणजीत ¨सह चन्नी का फोन आया और उन्हें चंडीगढ़ बुला लिया। इसके तुरंत बाद उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दो दिन बाद वह फिर बैठक करेंगे और एक-एक प्वाइंट पर फिर चर्चा होगी। साथ ही कमिश्नर से कहा कि कारण बताओ नोटिस जारी किए बिना यहां से न जाएं।

एक घंटे में पैचवर्क शुरू

बैठक के एक घंटे के अंदर अधिकारियों ने सड़कों का पैचवर्क शुरू कर दिया। एक ठेकेदार जो सड़क पर दोबारा प्रीमिक्स डाल रहा था उससे प्रीमिक्स मंगवाकर अन्य सड़कों पर पैचवर्क शुरू कर दिया। इस दौरान हुई हल्की बारिश में भी काम चलता रहा।


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