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ओमिक्रोन अलर्ट: पंजाब में स्वास्थ्य कर्मियाें की हड़ताल से आरटीपीसीआर जांच पर ‘ब्रेक’, 5 हजार सैंपल करने पड़े स्टोर

पटियाला स्थित सरकारी मेडिकल कालेज की वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी (वीआरडीएल) के कांट्रैक्ट व आउटसोर्स से रखे कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। इस कारण लैब में आरटीपीसीआर सैंपलों की जांच बुरी तरह प्रभावित हो गई है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 08:51 AM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 12:19 PM (IST)
ओमिक्रोन अलर्ट: पंजाब में स्वास्थ्य कर्मियाें की हड़ताल से आरटीपीसीआर जांच पर ‘ब्रेक’, 5 हजार सैंपल करने पड़े स्टोर
गडवासू की वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी के कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए। जागरण

जागरण संवाददाता, लुधियाना। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएनएच) के तहत सेहत विभाग में कांट्रैक्ट पर काम कर रहे करीब एक हजार कर्मचारियों की हड़ताल ने स्वास्थ्य विभाग की तबीयत खराब कर दी है। नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच कांट्रैक्ट कर्मचारियों की हड़ताल ने कोरोना की आरटीपीसीआर टेस्ट की जांच पर ब्रेक लगा दी है। विभाग को तीन दिन में करीब 5 हजार आरटीपीसीआर सैंपल जांच की रफ्तार बहुत धीमी होने के कारण स्टोर करने पड़े हैं।

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पटियाला स्थित सरकारी मेडिकल कालेज की वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी (वीआरडीएल) के कांट्रैक्ट व आउटसोर्स से रखे कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। इस कारण लैब में आरटीपीसीआर सैंपलों की जांच बुरी तरह प्रभावित हो गई है। लुधियाना जिले में तीन दिन से रोजाना चार हजार सैंपल लिए जा रहे हैं। इनमें से मात्र एक हजार सैंपल ही जांच के लिए पटियाला स्थित लैब में भेजे जा रहे हैं। बाकी सैंपलों को सिविल अस्पताल के आइडीएसपी सहित अन्य कलेक्शन सेंटरों में स्टोर किया जा रहा हैं। इनकी संख्या करीब छह हजार तक है। पहले रोजाना तीन से चार हजार सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे थे।

बताया जा रहा है कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पटियाला लैब की ओर से सेहत विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट किया गया है कि वह रोजाना एक हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए न भेजें। यही नहीं जांच के लिए भेजे जा रहे आरटीपीसीआर सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने में भी अब देर लग रही है। दो से तीन दिन बाद रिपोर्ट मिल रही है। पहले 24 घंटे में रिपोर्ट मिल जाती थी।

सैंपल दिल्ली भेजने में समय और खर्च अधिक लग रहा

कोरोना के वैरिएंट का पता लगाने के लिए पहले पाजिटिव सैंपल पटियाला भेजे जा रहे थे। कर्मचारियों की कमी के कारण लैब ने जीनोम सिक्वेंसिंग करने से मना कर दिया है। अब पाजिटिव सैंपल दिल्ली भेजने पड़ रहे हैं। इसमें समय भी अधिक लग रहा है और विभाग का खर्च भी बढ़ गया है।

गडवासू वीआरडी लैब में भी हड़ताल से सैंपलों की जांच रुकी

गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी (गडवासू) स्थित वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैबोरटरी (वीआरडीएल) में कांट्रैक्ट व आउटसोर्स से रखे 28 कर्मचारी भी दो दिन से हड़ताल पर हैं। इनमें दो रिसर्च साइंटिस्ट, छह रिसर्च असिस्टेंट, आठ लैब टेक्नीशियन, तीन लैब अटेंडेंट, तीन स्वीकर और आठ डेटा एंट्री आपरेटर शामिल हैं। इस लैब में होशियारपुर जिले से आने वाले सैंपलों की जांच की जाती है। दो दिन से सैंपलों की जांच नहीं हो रही है। दो माह पहले तक लुधियाना के सैंपल भी इस लैब में भेजे जाते थे लेकिन कोरोना के केस कम होने के बाद सैंपल यहां नहीं भेजे जा रहे थे। लैब की क्षमता एक दिन में पांच हजार सैंपलों की जांच करने की है। फिलहाल दो महीने से रोजाना दो हजार सैंपलों की जांच की जा रही है।


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