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पंजाब में अभी बिजली संकट से राहत नहीं, औद्योगिक इकाइयों पर पांच दिन लगेगा 12 घंटे का कट

Power Crisis पंजाब में बिजली संकट बरकरार है और फिलहाल इससे राहत की उम्‍मीद नहीं है। पावरकाम ने उद्योगों के लिए बिजली कट को बढ़ा दिया है। अब अगले पांच दिनों तक औद्योगिक इकाइयों के लिए 12 घंटे का बिजली कट रहेगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 09:01 AM (IST)Updated: Sun, 11 Jul 2021 02:46 PM (IST)
पंजाब में अभी बिजली संकट से राहत नहीं, औद्योगिक इकाइयों पर पांच दिन लगेगा 12 घंटे का कट
पंजाब में उद्योगों के‍ लिए 12 घंटे का बिजली कट रहेगा। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, पटियाला। Punjab Power Crisis : पंजाब में बिजली संकट बरकरार है और इससे फिलहाल बरसात आने तक राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। पंजाब के बिजली प्लांटों से लगातार कम होती उत्पादन क्षमता के कारण पावरकाम ने औद्योगिक इकाइयों पर 12 घंटे का कट लगा दिया है। अगले पांच दिन यानी 11 से 15 जुलाई तक 100 किलोवाट से अधिक क्षमता वाली औद्योगिक इकाइयों पर यह आदेश लागू होगा। यह कट सेंट्रल व बार्डर जोन पर सुबह आठ से लेकर शाम आठ बजे तक लगेगा। राज्य में शनिवार को बिजली की अधिकतम मांग 12500 मेगावाट रही।

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100 किलोवाट से अधिक लोड वाले उद्योगों के लिए पावरकाम ने जारी किए नए आदेश

पावरकाम के सीएमडी वेणु प्रसाद ने बताया कि कृषि सेक्टर से मांग बढ़ने के कारण प्रदेश में बिजली की डिमांड बढ़ रही है। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) और तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (मानसा) की इकाई में आई खराबी के कारण हाइड्रो पावर स्टेशन में कम भंडारण के चलते बिजली का उत्पादन कम हुआ है। अब बिजली की सप्लाई कृषि व घरेलू इलाके में पूरी करने के लिए पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) को औद्योगिक ग्राहकों पर कट लगाना पड़ रहा है।

अधिकतम मांग 12500 मेगावाट रही शनिवार को, कृषि क्षेत्र में बढ़ती मांग के कारण पावरकाम पर बढ़ा दबाव

उन्होंने बताया कि अब 100 किलोवाट तक लोड वाली औद्योगिक इकाइयां बिजली का इस्तेमाल कर सकेंगी, जबकि इससे पहले यह छूट केवल 50 किलोवाट तक की इकाइयों के लिए थी। इससे पीएसपीसीएल पर करीब 600 मेगावाट बिजली का बोझ बढ़ेगा। पीएसपीसीएल ने रविवार के लिए 3.08 पैसे प्रति यूनिट की दर से 752 मेगावाट बिजली खरीदने का प्रबंध किया है।

शुरू नहीं हो सकी रोपड़ के थर्मल प्लांट की एक यूनिट

दूसर ओर रोपड़ के थर्मल प्लांट की एक यूनिट अभी भी चालू नहीं हो सकी है। इसके कारण वहां से 569 यूनिट बिजली मिली और 210 मेगावाट बिजली का नुकसान झेलना पड़ा है। इस यूनिट के आज शाम तक चलने की संभावना है।

लहरा मोहब्बत की चार यूनिट कर रहीं काम

लहरा मोहब्बत की चार यूनिट काम कर रही हैं। उनकी बिजली उत्पादन क्षमता 841 मेगावाट है। प्राइवेट सेक्टर के राजपुरा प्लांट से 1324 मेगावाट, गोविंदवाल साहिब के प्लांट से 501 यूनिट बिजली मिली। पंजाब के हाइड्रो प्रोजेक्ट रणजीत सागर डैम से 485 मेगावाट, अपर बाहरी दोआबा कैनाल से 87 मेगावाट, मुकेरियां प्रोजेक्ट से 56 मेगावाट, आनंदपुर साहिब के दो यूनिटों से 121 मेगावाट बिजली मिली है। शनिवार को पंजाब ने अपने प्लांटों के जरिए 4167 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया, जबकि शेष मांग अन्य राज्यों से बिजली खरीदकर पूरी की गई।


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