बुड्ढा दरिया की सफाई को लेकर NGT सख्त, कोताही बरती तो नपेंगे निगम व PPCB अफसर
एनजीटी की मॉनिटरिंग कमेटी ने निगम और पीपीसीबी अफसरों को जमकर फटकार लगाई और कहा कि उनकी ओर से जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं किया गया है।
जेएनएन, लुधियाना। बुड्ढा दरिया की सफाई को लेकर दिल्ली से आए नेशनल ग्र्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के अफसरों की ओर से चंडीगढ़ में बैठक की गई। इसमें नगर निगम और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PPCB) के अफसरों को भी तलब किया गया था। बैठक में बुड्ढा दरिया की सफाई को लेकर निगम के बनाए एक्शन प्लान पर चर्चा की गई। साथ ही अब तक किए गए कार्य की रिपोर्ट व PPCB की ओर से दरिया में फैल रहे प्रदूषण को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई।
NGT की मॉनिटरिंग कमेटी उनकी कारगुजारी से बेहद नाराज दिखी। कमेटी ने निगम और PPCB अफसरों को जमकर फटकार लगाई और कहा कि उनकी ओर से जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं किया गया है। NGT की मॉनिटरिंग कमेटी ने निगम व PPCB के अफसरों को साफ कह दिया कि दरिया की सफाई टाइम बाउंड तरीके से की जाए। इसमें लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं होगी। कमेटी ने साफ कर दिया कि तय समय पर अपना टारगेट पूरा न करने वाले अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
NGT कमेटी को बैठक में निगम अफसरों ने बताया कि एक्शन प्लान के मुताबिक 30 जून 2020 तक सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट अपग्रेड कर दिए जाएंगे। नए ट्रीटमेंट प्लांट भी तैयार हो जाएंगे। ताजपुर और हंबड़ा रोड की डेयरियों के लिए भी 30 जून 2020 तक ईटीपी लगा दिए जाएंगे। इसके अलावा पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी 30 जून तक बहादुर के रोड और 31 अगस्त तक फोकल प्वाइंट का सीईटीपी पूरी तरह से शुरू करने का एक्शन प्लान तैयार किया है। जबकि ताजपुर रोड पर बन रहे सीईटीपी को पूरा करने के लिए दिसंबर 2020 तक का समय मांगा गया। दोनों एजेंसियों के अफसरों की बात सुनने के बाद NGT कमेटी के मेंबर्स ने साफ कर दिया कि तय तिथि के बाद एक बूंद भी गंदा पानी दरिया में नहीं छोड़ा जाए। अगर एक्शन प्लान के मुताबिक काम नहीं होता तो अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हर माह दरिया में प्रदूषण रोकने के लिए करना होगा काम
नगर निगम और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को अब हर माह दरिया में प्रदूषण का स्तर कम करना होगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की मॉनिटरिंग कमेटी हर माह दरिया का जायजा लेने आएगी। इसके साथ ही टीम बुड्ढा दरिया के पानी व स्लज के सैंपल लेगी। इससे यह पता लगेगा कि एक्शन प्लान के मुताबिक हर माह दरिया के पानी व स्लज में प्रदूषण स्तर कम हो रहा है या नहीं। कमेटी अपनी रिपोर्ट NGT को देगी और उसके बाद लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
PPCB, निगम व नहरी विभाग रोज मापेंगे दरिया में पानी की मात्रा
NGT अब बुड्ढा दरिया में बहने वाले पानी की मॉनिटरिंग भी करेगा। इसके लिए NGT ने नगर निगम, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नहरी विभाग को हिदायतें दी हैं कि तीनों एजेंसियां अफसरों की एक टीम बनाएं। जो रोजना दरिया में बह रहे पानी की मात्रा नोट करेंगे। दरअसल NGT दरिया में बहने वाले पानी की मात्रा से यह पता करना चाहता है कि नगर निगम की तरफ से पेश किए एक्शन प्लान में एसटीपी की क्षमता उतने पानी को ट्रीट कर सकेंगे या नहीं। अगर पानी की मात्रा एसटीपी की क्षमता से ज्यादा हुआ तो निगम को एसटीपी की क्षमता को बढ़ाना होगा।
नहीं चलते निगम के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट
बैठक में मॉनिटरिंग कमेटी के मेंबर संत बलबीर सिंह सींचेवाल ने मुद्दा उठाया कि निगम अफसर दरिया की सफाई के प्रति गंभीर नहीं हैं। नगर निगम के जो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) चल रहे हैं वह भी सही से काम नहीं करते हैं। जब भी एसटीपी की जांच की जाती है तो ज्यादा पानी बिना ट्रीट किए ही दरिया में गिराया जाता है।