सेवानिवृत्त अध्यापक के कत्ल के मामले में तीन काबू
जगराओं गांव मोही में 12 अप्रैल 2016 को एक सेवानिवृत्त अध्यापक के हुए कत्ल की गुत्थी को जिला पुलिस लुधियाना ने सुलझा लिया है।
संवाद सहयोगी, जगराओं: गांव मोही में 12 अप्रैल 2016 को एक सेवानिवृत्त अध्यापक के हुए कत्ल की गुत्थी को जिला पुलिस लुधियाना ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि इस कत्ल की मास्टरमाइंड महिला सुखविदर कौर उर्फ किदे की दो मई 2020 को मौत हो चुकी है । एसएसपी विवेकशील सोनी ने बताया कि थाना जोधा के अधीन गांव मोही में चार वर्ष पहले एक रिटायर्ड जेबीटी अध्यापक हरबंस सिंह का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया था। उस समय से कत्ल करने वालों का कोई सुराग नहीं लग पासा था। इसके बाद मामले को सुलझाने के लिए एसपीडी ,डीएसपी दाखा और थाना दाखा के प्रभारी इंस्पेक्टर प्रेम सिंह की अगुवाई में टीम गठित की गई,जिसने मामले को हल करते हुए तीन आरोपतियों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि मृतक रिटायर्ड अध्यापक हरबंस सिंह (78) की पत्नी की पहले मौत हो चुकी थी। हरबंस सिंह गांव मोही में अपने घर अकेले रहता था । उसने घर का काम करने के लिए सुखविदर कौर को रखा हुआ था। सुखविदर कौर यह समझती थी कि हरबंस सिंह के पास काफी दौलत है और वह सोने के आभूषण अपने पास गिरवी रख लोगों को पैसे देता है। उसे नौकरी से रिटायर होने पर भी काफी रकम मिली थी । सुखविदर कौर ने उसे लूटने के लिए अपने तीन साथियों के साथ योजना बनाई । इनमें गोविद सिंह उर्फ मोसन ,संदीप सिंह उर्फ सिप्पी निवासी इंदिरा कॉलोनी मंडी मुल्लापुर नजदीक रेलवे स्टेशन, विक्की उर्फ सोल निवासी प्रेमनगर सुआ रोड मंडी मुल्लापुर शामिल थे। उसने सभी को लूट की घटना को अंजाम देने के लिए 11 अप्रैल 2016 को घर बुलाया। इसी बीच घर में घुसे अज्ञात लोगों को देखकर मास्टर हरबंस सिंह ने उनका विरोध किया, लेकिन उन्होंने उसे चारपाई के साथ बांध दिया और बेसबॉल के साथ उसके मुंह- सिर पर वार कर उसका कत्ल कर दिया । उसके बाद वह घर में लूटपाट कर वापस सुखविदर कौर के घर आ गए और वहां से अपने-अपने घर चले गए। इस संबंध में मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने गोविद सिंह, संदीप कुमार और विक्की को काबू करके उनसे पूछताछ की तो उन्होंने मास्टर हरबंस सिंह की कत्ल की वारदात को कुबूल किया। एसएसपी विवेकशील सोनी ने बताया की सुखविदर कौर ने इस आशा से लूटपाट की योजना बनाई थी कि हरबंसकेपास काफी पैसा होगा। इस दौरान आरोपितों ने उसका बेरहमी से कत्ल भी कर किया। इसके बाद जब आरोपितों के घर से तलाशी ली, तो उन्हें महज 5000 के करीब नकदी और कुछ चांदी के आभूषण भी बरामद हुए। संदीप ने महंतों के डेरे पर मारा था डाका एसएसपी विवेकशील सोनी ने बताया की संदीप कुमार उर्फ सिप्पी और विक्की सोल ने पूर्व में फिरोजपुर में महंतों के डेरे पर भी डाका मारा था और वहां पर मारपीट करके सोने के गहने और नगदी लूटी थी। इसके अलावा वह एनडीपीसी एक्ट तथा अन्य छह आपराधिक मामलों में शामिल है ।