किसान विरोधी समझौते लागू किए तो चुनाव का करेंगे बहिष्कार : लक्खोवाल
भारत के किसान कोऑर्डनेशन की मीटिग दिल्ली मे अजमेर सिंह लक्खोवाल के नेतृत्व मे हुई। जिस मे 11 सूबों के किसान प्रधानों ने हिस्सा लिया। इस मीटिग मे किसानों को आ रही मुशिकलों पर विचार की गई।
संवाद सहयोगी, समराला : भारत के किसान कोआर्डिनेशन की बैठक दिल्ली में अजमेर सिंह लक्खोवाल के नेतृत्व में हुई। इसमें 11 सूबों के किसान प्रधानों ने हिस्सा लिया। बैठक में किसानों को पेश आ रही मुश्किलों पर विचार किया। आज पत्रकारों को पंजाब के जनरल सेक्रेटरी हरिदर सिंह लक्खोवाल समराला ने बताया कि सभी के यही विचार थे कि कर्ज माफ किए जाएं और फसलों के मूल्य डॉ. स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार दिए जाएं और इसको लेने के लिए सगंठन को और मजबूत करने के संबंधी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि जब तक कर्जे माफ नहीं किए जाते तब तक संघर्ष को और तेज करने के लिए विचार किया गया। मोदी सरकार किसानों के उलट वीटीओ के अनुसार समझौते लागू करना चाहती है। अगर सरकार इन समझौतों को जबरदस्ती लागू करने की बात करेगी तो किसान वोटें नहीं डालेंगे।
बैठक में प्रो. विश्वजीत धार, सालीनी भुटानी, अफसर जाफरी, धर्मेंदर कुमार, स. कानिया, सचन शमर, स. अजमेर सिंह लक्खोवाल, राकेश टिकैत, युधवीर सिंह, अवतार मेहलों, अजमेर मेहलों, रतन मान (हरियाना), प. गोपाला (कर्नाटका), अ.क. देवीसन(केरला), जगदीश सिंह (म.प्र), सुरिदर सिंह यूपी, धर्मेंदर मलिक(यूपी), चौं. पोकशमल्ल (राजस्थान), के.वी राजकुमार (तामिलनाडू), विद्याधार सिंह ऊलखा (राजस्थान), विजै जवंधा (नागपुर), रविदर सिंह राण (उत्तराखंड), सचिन आदि शामिल थे।