कर्फ्यू में घर बैठे विदेशी ग्राहकों से लगातार कर रहे संपर्क
घर से काम करना आज की तारीख में बेहद मुश्किल है।
मुनीश शर्मा, लुधियाना : घर से काम करना आज की तारीख में बेहद मुश्किल है, क्योंकि कर्फ्यू के दौरान स्टाफ एक्टिव न होने के कारण कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही कई ऐसे अहम काम हैं, जो घर से मैनेज किए जाने भी मुश्किल हैं। इन सबके बीच इस समय सबसे बड़ी चुनौती विदेश में बैठे ग्राहकों के साथ संबंध बनाए रखना है। इसपर अहम रूप से काम कर रहा हूं और बीस से अधिक इंटरनेशनल क्लाइंट्स के साथ लगातार तालमेल रख रहा हूं।
यह कहना है पैरामाउंट इंपेक्स के एमडी राकेश कपूर का। उन्होंने कहा कि यह दौर इंडस्ट्री के लिए बेहद कठिन है। अमेरिका और यूरोप की मार्केट में ट्रांसपोर्टेशन के लिए अप्रूवल दे दी गई है। उनकी कंपनी की ओर से ट्रैक्टर और ट्रक के पार्ट्स बनाए जाते हैं। ऐसे में 100 प्रतिशत एक्सपोर्ट का काम होने के चलते हमें इस समय सबसे अधिक समस्या अपने ग्राहकों को बनाए रखने की है, क्योंकि अगर हम ऑर्डर का भुगतान नहीं करते हैं, तो ग्राहक इंटरनेशनल बाजार में अन्य विकल्प भी ढूंढ सकते हैं। दिन की शुरुआत और देर शाम तक सारा समय परिवार के साथ बिता रहे हैं, अगर बिजनेस में परेशानी आ रही है तो ऐसे में क्वालिटी समय अब परिवार के साथ है। ऐसे में दोनों बेटों को बिजनेस के गुर दे रहा हूं। उनके साथ बिजनेस, कांसेप्ट, मार्केट और भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा हो रही है। इसके साथ ही एक्सपोर्ट होने के चलते आए दिन विदेश जाना पड़ता है और अब घर होने के चलते पत्नी संग कुकिंग का शौक भी पूरा कर रहा हूं। देर शाम इंटरनेशनल क्लाइंट्स के साथ चर्चा का दौर रहता है। विश्व बाजार के हालातों और उनके साथ संपर्क कर डिमांड के साथ-साथ उन्हें सॉल्यूशंस देने पर चर्चा का दौर रहता है। एक सप्ताह पूर्व तक विदेशी ग्राहक संपर्क बनाए हुए थे, लेकिन भारत के पूर्ण लॉक डाउन से अब चर्चा का दौर भी कम हो रहा है। हमारे लिए अब चुनौती है कि किस तरह ग्राहकों को बनाए रखना है। इसके लिए उनके साथ रोजाना संपर्क साधकर अपनी समस्या बताने के साथ हालात सुधरने के बाद तत्काल पटरी पर लाने के लिए प्लानिंग पर बात होती है, जबकि सबसे अहम जिम्मेदारी हमारे साथ काम करने वाले कर्मचारियों की रहती है। एचआर से रोजाना अपडेट लेकर वर्करों की सुख-सुविधाओं पर भी चर्चा होती है।