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माय सिटी माय प्राइड : एयरपोर्ट का एमओयू साइन, दरिया की सफाई शुरू, स्मार्ट होने लगे स्कूल

माय सिटी माय प्राइड की आरटीसी में शामिल राजीव शर्मा, राजेश भट्ट, कपिल अरोड़ा, डॉ. एसपी पांधी, संजय गोयल, राकेश जैन, जुगल किशोर अरोड़ा, नरिंदर सिंह व राकेश जैन।

By Krishan KumarEdited By: Published: Wed, 02 Jan 2019 10:42 AM (IST)Updated: Tue, 28 May 2019 02:54 PM (IST)
माय सिटी माय प्राइड : एयरपोर्ट का एमओयू साइन, दरिया की सफाई शुरू, स्मार्ट होने लगे स्कूल

जागरण संवाददाता, लुधियाना : लुधियाना में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। राज्य सरकार ने केंद्रीय सिविल एविएशन मंत्रालय के साथ एमओयू साइन कर दिया। उम्मीद है कि जल्दी एयरपोर्ट का काम शुरू हो जाएगा। बुड्ढा दरिया की सफाई के लिए बनाई गई टास्क फोर्स ने सफाई का काम शुरू कर दिया। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों को अपग्रेड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। दरिया में केमिकल युक्त पानी न गिरे इसके लिए डाइंग उद्यमियों ने सीईटीपी बनाना शुरू कर दिया।

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शहर के सरकारी स्कूल स्मार्ट होने लगे हैं। सरकार के साथ-साथ शिक्षकों ने अपने स्तर पर सीएसआर के जरिए स्कूलों को स्मार्ट बनाना शुरू कर दिया। सरकार ने ग्राउंड वाटर लेवल को बचाने के लिए नए घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग वेल बनाना जरूरी कर दिया। अब जरूरत है कि इन सभी प्रोजेक्टों को सही दिशा मिल सके। यह सभी मुद्दे 'माय सिटी माय प्राइड' के फोरम में उठाए गए थे। सोमवार को माय सिटी माय प्राइड की राउंड टेबल में शहर के 11 मुद्दों पर चर्चा की।

लुधियाना के 333 सरकारी स्कूल हो रहे हैं स्मार्ट : सरकारी स्कूलों में इंफ्रास्टक्चर की कमी को 'माय सिटी माय प्राइड' के फोरम में उठाया गया। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने लुधियाना जिले के 27 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को स्मार्ट बनाने का फैसला किया। इन स्कूलों के लिए विभाग ने बाकायदा बजट भी दिया। इसके बाद शिक्षकों ने अपने स्तर पर स्कूलों को स्मार्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू की। विभाग ने जिले के 150 स्कूलों को स्मार्ट बनाने का टारगेट दिया लेकिन शिक्षकों ने अपने प्रयासों से लुधियाना के 333 स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। अप्रैल माह से इन सभी स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। यह सभी स्कूल बिना सरकारी सहयोग के स्मार्ट बनाए जा रहे हैं।
नरिंदर सिंह, टीचर

कंसल्टेंट कंपनी की वजह से पीछे रह गया शहर: लुधियाना शहर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के पहले 20 शहरों में शामिल था। अगर सही तरीके से काम होता तो अब तक शहर के विकास पर 800 करोड़ रुपये खर्च हो जाते। लेकिन कंसल्टेंट कंपनी की नाकामी से शहर में बजट खर्च नहीं हो सका। कंपनी के अफसरों ने बिना फील्ड में उतरे ही प्रोजेक्ट तैयार कर दिए। जबकि उनकी वास्तविकता कुछ और थी। अब मल्हार रोड व सराभा नगर मार्केट को स्मार्ट बनाए जाने का काम जल्दी शुरू हो जाएगा। इसके अलावा एबीडी एरिया में नहरी पानी की सप्लाई का काम भी जल्दी शुरू हो जाएगा। 

आर्किटेक्ट संजय गोयल, डायरेक्टर स्मार्ट सिटी लुधियाना

बेसहारा पशुओं से निपटने में सरकार नाकाम बेसहारा पशुओं की समस्या एक बड़ी समस्या बन चुकी है। माय सिटी माय प्राइड में इस मुद्दे को प्राथमिकता के तौर पर उठाया गया। जिसके बाद यह मामला विधानसभा तक पहुंच गया। लेकिन पंजाब सरकार और नगर निगम बेसहारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बना पाई। सरकार पूरे प्रदेश में अलग अलग मदों पर काऊ सेस वसूल रही है इसके बावजूद फंड रिलीज नहीं किए जा रहे। सरकार ने अगर इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए तो सूबे में लोगों की जानें जाती रहेंगी।
डॉ. एसपी पांधी, समाज सेवी

रीचार्ज वेल बनाने के लिए जनता भी तैयार सूबे में पानी का जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। माय सिटी माय प्राइड में वाटर रीचार्ज वेल बनाने का मुद्दा उठा था। सरकार के साथ साथ आम लोग भी अब पानी की संभाल के लिए गंभीर हो चुके हैं। लोग अब अपने मोहल्लों व घरों में रीचार्ज वेल बनाने के लिए तैयार हैं। अगर उन्हें रीचार्ज वेल बनाने की तकनीक मिले तो वह अपने खर्चे पर भी रेन वाटर रीचार्ज वेल बनाने को तैयार हैं। इसके अलावा शहर में साइन बोर्डों पर सही जानकारी दी जाए ताकि सड़क पर चलने वालों को बार बार रूक कर लोगों को न पूछना पड़े।
जुगल किशोर, फाइनांस सेक्रेटरी फास्टनर मैन्युफेक्चरर एसोसिएशन ऑफ इंडिया

सरकार ने पॉलिसी में शामिल किया अब लागू करवाने की बारी शहर में वाटर लॉगिंग से निपटने के लिए शहर में रेन वाटर रीचार्ज वेल बनाने की बात माय सिटी माय प्राइड के फोरम में उठी थी। जिसके बाद सरकार ने बिल्डिंग बायलॉज और कॉलोनियों को रेगुलर करने की पॉलिसी में रेनवाटर रीचार्ज वेल बनाना जरूरी कर दिया। सरकार ने इसे पॉलिसी में शामिल कर दिया लेकिन अब इसे लागू करवाने की बारी है। लोगों को चाहिए कि वह इसे गंभीरता से लें। इसके अलावा ग्लाडा भी अलग अलग अर्बन एस्टेट में रेनवाटर रीचार्ज वेल बना रहा है। जो कि निश्चित तौर पर माय सिटी माय प्राइड मुहिम का अच्छा प्रभाव है।
इंजीनियर कपिल अरोड़ा, प्रधान कौंसिल ऑफ इंजीनियर्स

जीवन बचाना है तो बुड्ढा दरिया को साफ करना जरूरी बुड्ढा दरिया शहर की सबसे बड़ी समस्या है। इससे शहरवासियों का जीवन खतरे में है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक बुड्ढा दरिया का पानी जैसे ही सतलुज में जाता है वैसे ही सतलुज में प्रदूषण का स्तर अचानक बढ़ जाता है। माय सिटी माय प्राइड फोरम में दरिया की सफाई का मुद्दा उठा तो राज्य सरकार ने टास्क फोर्स बनाकर दरिया की सफाई की योजना तैयार की। सतगुरु ठाकुर उदय सिंह के नेतृत्व में बनी टास्क फोर्स ने सफाई का काम शुरू कर दिया। डाइंग उद्यमियों ने सीईटीपी का काम शुरू कर दिया। अब डेयरी कांप्लेक्स को भी चाहिए कि वह भी अपनी गोबर नाले में फेंकना बंद करें। तभी जिंदगी को बचाया जा सकता है।
राकेश जैन, कोऑर्डिनेटर केप इंडिया

हलवारा में एयरपोर्ट बनाने की तरफ बढ़े कदम : हलवारा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की मांग लंबे समय से चल रही थी। माय सिटी माय प्राइड के फोरम में एयरपोर्ट का मुद्दा उठा तो सरकार ने भी इस तरफ तेजी के साथ काम करना शुरू किया। अब पंजाब सरकार और केंद्रीय सिविल एविएशन मंत्रालय के बीच एमओयू साइन हो गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही एयरपोर्ट का काम शुरू हो जाएगा। इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के बाद शहर के व्यापार व उद्योग को भी नई दिशा मिलेगी।
राकेश जैन, अध्यक्ष, भगवान महावीर सेवा संस्थान


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