सराफा बाजार में वाहनों का मक्कड़जाल, दुकानदार तक उलझे
चौड़ा बाजार स्थित सराफा बाजार में शहर के ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों से भी ग्राहक सोना-चांदी एवं आभूषणों की खरीदारी के लिए आते हैं। बाजार की गलियां इतनी तंग हैं कि चार पहिया वाहन तो घुस ही नहीं सकते।
राजीव शर्मा/कुलदीप काला, लुधियाना : चौड़ा बाजार स्थित सराफा बाजार में शहर के ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों से भी ग्राहक सोना-चांदी एवं आभूषणों की खरीदारी के लिए आते हैं। बाजार की गलियां इतनी तंग हैं कि चार पहिया वाहन तो घुस ही नहीं सकते। दोपहिया वाहनों को भी बाजार से गुजारना टेढ़ी खीर के समान है। बाजार में दोनों तरफ दुकानों के सामने मोटरसाइकिलों एवं स्कूटरों की लाइनें लगी रहती हैं। इनके बीच से एक वक्त पर केवल एक ही दोपहिया वाहन गुजर सकता है। इसमें भी कई बार लोगों के कपड़े दोपहिया वाहनों में उलझ कर फट जाते हैं। कई बार खड़े वाहनों के साथ टकराने से लोगों के चोट तक आ जाती है। इस समस्या के समधान के लिए सराफा कारोबारी कई बार जिला प्रशासन एवं पुलिस कमिश्नर तक से मिले हैं। प्रशासन ने बाजार में टीम भेज कर सर्वे भी कराया था, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया। दैनिक जागरण की टीम ने बुधवार को सराफा बाजार में पहुंच कर कारोबारियों से इस समस्या पर सीधी बात की तो उनका दुख दर्द सब सामने आ गया।
::::::::::::::: सुबह से लेकर शाम तक बाजार में ट्रैफिक की स्थिति काफी खराब रहती हैं। यहां पर दिन भर ट्रैफिक जाम की स्थिति रहती है, हालत यह है कि कारोबार तक करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह समस्या आज की नहीं, बल्कि सालों पुरानी है, लेकिन इसका समाधान नहीं निकल पा रहा है और इसका खामियाजा सराफा कारोबारी उठा रहे हैं।
- सुरिदर कुमार, रघुवंश ज्वेलर्स सराफा बाजार में ट्रैफिक की हालत अब बद से बदतर हो गई है। यहां पर पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। नतीजतन दुकानदारों के पास अपने वाहन तक खड़ा करने की जगह नहीं है। बाजार में दुकानदारों, कारीगरों के ही सैंकड़ों की संख्या में दोपहिया वाहन हैं। इनको कहां खड़ा करें, यह समझ नहीं आता। इस संबंध में प्रशासन को अवश्य सोचने की जरूरत है।
- अरुण कपूर, अमर ज्वेलर्स बाजार से एक डेढ़ किलोमीटर दूर दरेसी में पार्किंग की व्यवस्था है, लेकिन कारोबारियों एवं कारीगरों के पास कीमती सामाना रहता है। इसलिए वे रिस्क नहीं ले सकते। रास्ते में लूट का खतरा बना रहता है। दूसरे दिन भर काम से इधर-उधर जाना पड़ता है। ऐसे में बाजार में ही उपयुक्त स्थान चिन्हित करके पार्किंग का इंतजाम किया जाए। कारोबारी पार्किंग के लिए उपयुक्त फीस भी देने को तैयार हैं।
- रुपेश शर्मा, पुरुषोत्तम ज्वेलर्स बाजार में ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है। इस संबंध में सीपी, डीसी से भी कई बार बातचीत की गई है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक एवं जाम के कारण कोई बाजार में नहीं आना चाहता है। उन्होंने कहा कि सुबह जब दुकान पर पहुंचते हैं तो पहले ही लोग अपने वाहन खड़े करके कहीं शापिग करने चले जाते हैं। दुकानदार इसे लेकर काफी परेशान हैं।
- राकेश वर्मा, एनआर वर्मा एंड संस दुकानदार के पास जब ग्राहक आता है तो उसके वाहन को पार्क करवाने में ही पसीने छूट जाते हैं। आसपास के दुकानदारों की मिन्नत करके पहले वाहन पार्क कराया जाता है। क्योंकि सामान महंगा होने के कारण ग्राहक की भी कोशिश रहती है कि वह सामान खरीद कर सीधे अपने वाहन से ही आगे जाए। वर्मा ने कहा कि इसी चक्कर में बाजार में ग्राहक भी कम ही आ रहा है।
- दविदर वर्मा, अष्ट ज्वेलर्स बाजार में शहर के अलावा आसपास की मंडियों से ग्राहक भी खरीदारी करने के लिए आते हैं। लेकिन यहां पर ट्रैफिक जाम और वाहनों की पार्किंग व्यवस्था न होने से परेशान हो जाते हैं। इसका सीधा असर कारोबार पर भी हो रहा है। प्रशासन को इस संबंध में ठोस समाधान करना होगा।
- सुरेश गोगना, गोगना ज्वेलर्स सराफा बाजार के पास बरसाती बाजार, मीना बाजार, माली गंज, हिदी बाजार, दाल बाजार इत्यादि बाजार भी पड़ते हैं। इन बाजारों का भी ट्रैफिक यहीं से गुजरता है। नतीजतन बाजार में बड़ी संख्या में वाहनों का आना जाना लगा रहता है। उन्होंने कहा कि बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था का हाल दुरुस्त करने के लिए गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
- अमित भंडारी, राणा बैंगल्स ट्रैफिक जाम व वाहनों के मकड़जाल का सीधा असर कारोबार पर हो रहा है। अब व्यापारी यहां आने में आनाकानी करता है। खास कर रिटेल ग्राहक भी बाहरी बाजारों का रूख करने लगे हैं। शर्मा ने कहा कि कई बार वाहनों में फंस कर लोगों के कपड़े तक फट जाते हैं। पार्किंग को लेकर अक्सर लोग आपस में उलझ भी जाते हैं।
- लव शर्मा, शर्मा ज्वेलर्स बाजार में दुकानदार सुबह घर से आने और शाम को घर जाने तक दिन भर वाहनों की सेटिग, उनको इधर से उधर कर ग्राहकों के वाहन पार्क कराने में ही उलझे रहते हैं। इतना ही नहीं बाजार में दिन भर जबरदस्त ट्रैफिक चलता है। इससे पैदल आना जाना भी कठिन है। इस तरफ प्रशासन ध्यान दे।
- अशोक कुमार, अशोक ज्वैलर्स
ट्रैफिक की समस्या दुकानदारों के जी का जंजाल बन गई है। लगता है कि इसका समाधान किसी के पास नहीं है। पुलिस ने शहर के अधिकतर बाजारों में व्यवस्था बनाई, लेकिन इस बाजार में स्थिति ज्यों की त्यों ही है।
- मनोज भंडारी, नमस्कार चैन्स