गेहूं की उपज कम होने से मंडियों में आमद नाम मात्र, एजेंसियां कर रही काउंटर बंद
जिले में गेहूं का उत्पादन पिछले वर्ष के मुकाबले आधा होने जहां किसान चितित है वहीं मंडियों में खरीद ठप होकर रह गया है।
डीएल डॉन, लुधियाना : जिले में गेहूं का उत्पादन पिछले वर्ष के मुकाबले आधा होने से जहां किसान चितित है वहीं मंडियों में खरीद ठप होकर रह गई है, अभी तक 8,44,717 मिट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है और उम्मीद है कि अंत तक 9.25 लाख एमटी खरीद होगी। जिससे सरकार की ओर से 25 मई के बाद खरीद बंद हो जाएगी। वहीं मंडियों में गेहूं की आमद नाम मात्र रहने से एक दो एजेंसियों का काउंटर है। अन्य काउंटर बंद कर दिए गए है। किसानों का कहना है कि इस बार गेहूं की उपज कम हुई है जिससे वे लोग चितित है कि आगे गेहूं की फसल किस तरह करेंगे। जालंधर बाइपास दाना मंडी में किसान करम सिंह, बलकार सिंह, मान सिंह ने बताया कि गेहूं की खेती किसानों के लिए लाभदायक नहीं रही जिससे किसान परेशान हे।
खरीद एजेंसियों का काउंटर बंद
जिले के 102 मंडियों में खरीद एजेंसी पनग्रीन, मार्कफेड, पनसप, पीएसडब्लूसी, पंजाब एग्रो, एफसीआई की खरीद हो रही थी। मंडियों में गेहूं की आवक कम होने से चार दिनों से एजेंसियों का काउंटर बंद हो गए है और अब मंडियों में एक दो एजेंसियां बची है। पदाधिकारियों का भी मानना है कि इस बार गेहूं खेती पर दोहरी मार हुई। गेहूं की बिजाई लेट और मौसम की मार पड़ने से उपज काफी कम होकर रह गई। किसानों भूपिदर सिंह, चानक सिंह का कहना है कि उन्हें पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष गेहूं आधी से कम उपज हुई है। गेहूं की खेती में जितनी लागत लगा है उतनी भी उपज नहीं होने से वे लोग परेशान है।
गेहूं खरीद 25 मई तक : राकेश
जिले में गेहूं खरीद के बारे में जिला फूड सप्लाई अधिकारी राकेश भास्कर का कहना है कि मंडियों में आवक नहीं होने से सरकार की ओर से खरीद 25 मई तक करने का निर्देश है। सरकार की ओर से निर्देश है कि किसानों का पेमेंट भी 25 मई तक हो जाया। गेहूं उपज कम होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी बताना मुश्किल है, दो दिन बाद खरीद पूरी हो जाने के बाद क्लियर हो जाएगा।
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