Move to Jagran APP

Ludhiana Weather Update : लुधियाना में सुबह-सुबह छाए बादल, दिन में हो सकती है हल्की बारिश

Ludhiana Weather Update लुधियाना में वीरवार को सुबह ही बादलों ने दस्तक दी। मौसम विभाग की मानें तो आज बादलों की आवजाही लगी रहेगी। दोपहर 1 बजे के बाद शहर में बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती हैं। इसके बाद रात में भी बादल छाएं रह सकते हैं।

By Vinay KumarEdited By: Published: Thu, 07 Oct 2021 09:49 AM (IST)Updated: Thu, 07 Oct 2021 09:49 AM (IST)
Ludhiana Weather Update : लुधियाना में सुबह-सुबह छाए बादल, दिन में हो सकती है हल्की बारिश
Ludhiana Weather Update लुधियाना में आज दोपहर को हल्की बारिश होने की संभावना है।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Ludhiana Weather Update लुधियाना में वीरवार ही बादलों ने दस्तक दी। बादलों के साथ-साथ पांच किमी की रफ्तार से हवा भी चल रही थी। जिससे ठंडक का एहसास हो रहा था। सुबह आठ बजे पारा भी 23 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि बीच-बीच में धूप भी निकल रही थी। मौसम विभाग की मानें तो आज बादलों की आवजाही लगी रहेगी। दोपहर 1 बजे के बाद शहर में बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती हैं। इसके बाद रात में भी बादल छाएं रह सकते हैं। हालांकि बुधवार को मानसून की विदाई हो चुकी है।

loksabha election banner

इसके बाद भी वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश हो सकती है। वहीं कृषि माहिरों का कहना है कि अब बारिश नहीं होनी चाहिए, कम से कम दो हफ्तों तक। क्योंकि धान की कटाई हो रही है और फसल मंडियों में पहुंच रही है। बारिश हुई तो खेत के साथ-साथ मंडियों में धान खराब होगा। उन्होंने कहा कि नवंबर में अब बारिश की जरूरत होगी, जब गेंहू की बिजाई होगी। वैज्ञानिकों का कहना है कि पहले ही सितंबर के आखिरी तक हुई बारिश की वजह से धान की कटाई दस दिन लेट हो चुकी है।

इधर, एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में लिफ्टिंग न होने के कारण बोरियों के अंबार लगने शुरू हो गए हैं। धान की खरीद शुरू होने के चार दिन बाद भी मंडी में हुई कुल खरीद की 8 फीसद ही लिफ्टिंग हो पाई है। सुस्त लिफ्टिंग के कारण मंडी में जगह की लगातार कमी हो रही है। मंडी में करीब 257251 बोरियां अन लिफ्टिड पड़ीं हैं। इससे किसान और आढ़ती बेहद परेशान हैं। जानकारी के अनुसार बुधवार तक 17513 क्विंटल फसल की खरीद हो चुकी है। इसमें 8570 क्विंटल फसल की लिफ्टिंग की गई है और 98943 क्विंटल धान की फसल मंडी में पड़ी है। इसे बारिश से बचाने के लिए तिरपालों का ही सहारा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.