लुधियाना के श्मशानघाटों में हालात खराब, कोरोना संक्रमितों के तीन शव वापस भेजे; 43 का हुआ संस्कार
लुधियाना जिले के तीन श्मशानघाटों पर वीरवार को 43 कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया गया। हालात इतने खराब थे कि रात तक तीन शवों को अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका जिस कारण उन्हें वापस भेजना पड़ा।
लुधियाना, [भूपेंदर सिंह भाटिया]। लुधियाना के तीन श्मशानघाटों पर वीरवार को 43 कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया गया। हालात इतने खराब थे कि रात तक तीन शवों को अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका जिस कारण उन्हें वापस भेजना पड़ा।
माडल टाउन एक्सटेंशन श्मशानघाट अंतिम संस्कार करने वाली टीम के मनदीप केशव गुड्डू कहते हैं कि आज हालात पस्त हो गए। एक दिन में इतने शव कभी नहीं आए। रात नौ बजे अंतिम 21वें शव का अंतिम संस्कार किया गया। वह सुबह साढ़े छह बजे श्मशानघाट पहुंच गए थे। दिन में तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया था। ऐसे में भी पीपीई किट पहनकर अंतिम संस्कार करना आसान नहीं था। सुबह घर से खाना लेकर आए थे उसके लिए भी समय नहीं मिला। ओआरएस और ग्लूकोज पीकर दिनभर काम चलाया गया।
शहर के तीन श्मशानघाटों जहां पर सिर्फ कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार होता है, वहां दिनभर शव आते रहे। हालांकि सरकारी आंकड़ों में वीरवार को जिले में 24 मौतें (18 लुधियाना) हुई, लेकिन एक दिन में सबसे ज्यादा 43 संस्कार हुए। कुछ शव एक दिन पहले के भी थे।
माडल टाउन श्मशानघाट में सबसे अधिक 21, ढोलेवाल रामगढ़िया श्मशानघाट में 12 और दाना मंडी के श्मशानघाट में 10 शवों का संस्कार किया गया। दाना मंडी में तीन परिवारों को निराशा हाथ लगी। शव के अंतिम संस्कार के इंतजार में दिन ढल गया। शवों का संस्कार करवाने वाले अमरजीत सिंह सैनी ने बताया कि तीन शव सिविल अस्पताल की मोर्चरी में वापस भेजे गए हैं। उनका शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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