पंजाब सरकार व शिक्षा विभाग के खिलाफ अध्यापकों ने की नारेबाजी, लगाया वादाखिलाफी का आरोप
लुधियाना में डेमोक्रेटिक अध्यापक फ्रंट (डीटीएफ) के सदस्यों ने पंजाब सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि अधिकारी उनकी मांगें पूरी करने में आनाकानी कर रहे हैं। हर बैठक में उन्हें आश्वासन दिया जाता है लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हुआ।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब सरकारी एवं शिक्षा विभाग पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए लुधियाना में अध्यापकों की ओर से नारेबाजी की गई। सोमवार को डेमोक्रेटिक अध्यापक फ्रंट(डीटीएफ) के सदस्यों ने जिला प्रधान हरदेव सिंह की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के सामने एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ रोष जताया।
हरदेव सिंह ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को मानने में आनाकानी कर रही है जबकि पहले हुई बैठकों में हर बार उनकी मांगों को मानने का आश्वासन दिया गया। उन्होंने कहा कि पिछले साल आठ फरवरी को शिक्षा मंत्री के क्षेत्र में रैली की गई थी, जिसके चलते उसी साल 13 फरवरी को शिक्षा विभाग के सीनियर अधिकारियों के साथ हुई पैनल मीटिंग में मांगे मानने का आश्वासन दिया गया था। इसके बाद आठ अक्तूबर को भी शिक्षा मंत्री, शिक्षा सेक्रेटरी के साथ मीटिंग हुई और इस साल 19 जनवरी को अध्यापकों की दोबारा शिक्षा सचिव के साथ मीटिंग हुई, जिसमें आश्वासन दिया गया था कि अध्यापकों की मांगे एक सप्ताह के भीतर मान ली जाएंगी। लेकिन दो सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है, जिससे अध्यापकों ने दोबारा संघर्ष करने का सोचा है। इस मौके पर मनजिंदर सिंह, अमनदीप सिंह, गगनदीप, मनराज विरक, राजवीर, दीप राजा आदि मौजूद रहे।
अध्यापकों की मांगें
रूके प्रमोशन चैनल को शुरू किया जाए, कैजुअल लीव आनलाइन की जगह मैनुअल ही चलाई जाए, शिक्षा विभाग के विभिन्न अध्यापकों को ठेके से हटा रेगुलर किया जाए, ट्रांसफर पालिसी को शुरू किया जाए।
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