लुधियाना की नई फल-सब्जी मंडी में आंधी से उजड़ी कई दुकानें, सुध लेने तक नहीं पहुंचे अधिकारी
वर्ष 2020 में कोविड-19 में कोरोना महामारी शुरू होने के साथ ही रेहड़ी फड़ी वालों की मुसीबतें कम नहीं हो रही थी कि अब तूफान ने उनकी दुकानें ही उजाड़ दी हैं। इतना नुकसान होने के बाद भी मार्केट कमेटी के अधिकारी मंडी में उनकी सुध लेने तक नहीं पहुंचे।
लुधियाना, जेएनएन। वीरवार शाम आई आंधी का कहर नई फल सब्जी मंडी स्थित रेहड़ी-फड़ी लगाने वालों पर इस कदर बरपा है कि कई की रोजी-रोटी तक छिन गई। सुबह बहुत सारे रेहड़ी फड़ी वाले मंडी में बैठ कर रोते नजर आए। वर्ष 2020 में कोविड-19 में कोरोना महामारी शुरू होने के साथ ही रेहड़ी फड़ी वालों की मुसीबतें कम नहीं हो रही थी कि अब तूफान ने उनकी दुकानें ही उजाड़ दी हैं। इतना नुकसान होने के बाद भी मार्केट कमेटी के अधिकारी मंडी में उनकी सुध लेने तक नहीं पहुंचे, इससे पीड़ितों में गहरी नाराजगी है।
वर्ष 2021 में रेहड़ी फड़ी वालों को उम्मीद जगी थी कि उनका कारोबार चल पड़ेगा। वे फिर से चैन से रोटी खा पाएंगे लेकिन ऐसा हो न सका। महामारी बढ़ने पर नई फल-सब्जी मंडी में रोजगार करने वाले रेहड़ी-फड़ी वालों को मैनेजमेंट ने कह दिया कि वे अपनी दुकानें बंद कर लें। जब तक कोविड-19 का असर है, तब तक रेहड़ी-फड़ी नहीं लगने दी जाएगी। बेरोजगार हुए रेहड़ी-फड़ी वाले काम के लाले पड़ गए। उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई। इस बीच वीरवार शाम आई आंधी ने रेहड़ी-फड़ी वालों रोजगार और आशियाना तक उजाड़ दिया। रेहड़ी-फड़ी वाले विजय सिंह हैप्पी, सोनू कुमार, तरसेम लाल, दीपक ठाकुर आदि ने कहा कि उनकी दुकानें बर्बाद हो गई हैं। अब उनके पास इतने पैसे नहीं है कि फिर से दुकानें बनाई जाएं। इसलिए वे लोग मंडी बोर्ड से मांग करते हैं कि उनके लिए मंडी में शेड बनाया जाए ताकि वह लोग अपना कारोबार कर सकें।
जल्द नई दुकानों में होगी शिफ्टिंगः सचिव मंडी बोर्ड
रेहड़ी-फड़ी वालों की दुकानें उजड़ने के बारे में मंडी बोर्ड के सचिव परमिंदर पाल सिंह से बात करने पर उन्होंने कहा कि फड़ी वालों के लिए दुकानें बन गई हैं उनको वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा। थोड़े दिन यह लोग शांति बनाए रखें।