भगवान शिव की स्तुति कर राम ने तोड़ा था धनुष : संतपाल मनोज
जसपाल कॉलोनी, ग्यासपुरा में श्रीरामकथा भक्ति ज्ञान यज्ञ में मिथिला जनकपुरजी धाम से पधारे कथा ब्यास स्वामी संतपाल मनोज महाराज ने मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्रीराम व सीता विवाह की कथा सुनाई।
संसू, लुधियाना : जसपाल कॉलोनी, ग्यासपुरा में श्रीरामकथा भक्ति ज्ञान यज्ञ में मिथिला जनकपुरजी धाम से पधारे कथा ब्यास स्वामी संतपाल मनोज महाराज ने मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्रीराम व सीता विवाह की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को बड़े ही धूम धाम से राजा राम सरकार का विवाहोत्सव मनाया जाता है। यह महोत्सव विशेष रूप से मिथलाचल में बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। विश्वामित्र जी को जनकपुरी से आते समय राजा जनक के सीता स्वयंवर की जानकारी मिली। वे राम एवं लक्ष्मण को स्वयंवर में ले गए। मुनि विश्वामित्र ने भगवान राम को शिव धनुष भंग करने का आदेश दिया। श्रीराम ने शिव जी की मन ही मन स्तुति कर धनुष को एक ही बार में भंग कर दिया, जिससे राजा जनक ने सीता का विवाह बड़े उत्साह एवं धूम धाम के साथ राम जी से कर दिया। साथ ही दशरथ के तीन पुत्रों भरत के साथ माध्वी, लक्ष्मण के साथ उर्मिला एवं शत्रुघ्न जी के साथ सुतकीर्ति का विवाह कर दिया। कार्यक्रम में शिअद नेता निर्मल सिंह एसएस, शिअद प्रवासी विंग के जिलाध्यक्ष चंद्रभान चौहान पहुंचे। हाजिरी लगाने वालों में प्रधान शम्मी वर्मा, उप प्रधान शशि शर्मा, भूषण सिंह, राम भुवन वर्मा, गायक मनोज, कनक राम, पवन यादव, संजय रावत, भुवन शुक्ला, शिव सिंह, बिक्रम सिंह, अशोक झा, मुकेश कुमार आदि ने रामायण महापुराण की आरती की।