तालों में बंद सुविधाएं, खुले में शौच को जा रहे लोग
शहर मे रखे गए कुछ शौचालय को ताले लगा कर नगर कौंसिल ने शौचालय जाने की सुविधा उस समय तक लोगों से छीन ली है जब तक केन्द्र सरकार की टीम इन शौचालय की जांच करके ठीक होने की क्लीन चिट नही दे जाती। अब नगर कौंसिल इस टीम के आने के इंतजार मे है ताकि टीम के जाने के बाद शौचालय को ताला लगा कर लोगों से छीनी गई सुविधा वापिस दी जाए
संस, समराला :
स्वच्छ भारत अभियान तक शहर में सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय बनाए जाने के बावजूद लोगों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। क्योंकि कुछ शौचालयों में नगर कौंसिल ने ताला लगा रखा है। इसके पीछे कौंसिल अधिकारियों का तर्क है केन्द्र सरकार की टीम जब तक इन जांच कर क्लीन चिट नहीं देती तब तक ये नहीं खोले जा सकते।
इधर, केंद्रीय टीम के आने के इंतजार में ट्रक यूनियन के साथ बसी आबादी के लोगों को शौचालय में ताला लगा होने की वजह से शौच के लिए खुले में जा ना पड़ रहा है।
केंद्र सरकार ने शहर में बनवाए हैं 20 शौचालय
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की ओर से स्वच्छ भारत अभियान के तहत करीब एक साल पहले 20 शौचालय बनवाए गए हैं। सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय बनवाए जाते समय पहले तो नगर कौंसिल ने ठेकेदार द्वारा की जा रही अनियमितताओं की अनदेखी की गई। क्योंकि ठेकेदार ने कुछ शौचालयों के लिए सेफ्टी टैंक न बना कर उन्हें सीधे नालियां से जोड़ दिया है।
इसलिए लगाया ताला
जब ठेकेदार द्वारा शौचालय नीचे सेफ्टी टैंक ना बना कर नालियों से जोड़ने का मामला समाचारों की सुर्खियां बनी तो तत्कालीन कार्य साधक अधिकारी गुरपाल सिंह ने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि वह ठेकेदार के विरूद्ध कार्रवाई करने जा रहे हैं। लेकिन उनके तबादले के साथ ही यह मामला ठंडा पड़ गया।
ठेकेदार को किया जाए ब्लैक लिस्ट
शहर निवासी सुखपाल सुखा, मुकेश आनंद, दीपक शर्मा, रमन वडेरा और पवन सहोता ने शौचालयों को सेफ्टी टैंक से जोड़े जाने की मांग की। साथ ही उन्होंने संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में डालने की भी मांग की।
जांच के बाद खोल दिया जाएगा
इस संबंध में नगर कौंसिल के कार्य साधक अफसर जसवीर सिंह ने कहा कि जल्द ही इन शौचालयों को सेफ्टी टैंक से जोड़ा जाएगा। जबकि ताला लगाए जाने के संबंध में उन्होने कहा कि कुछ शरारती तत्व शौचालय की सीटें तोड़ देते हैं। इनकी मरम्मत कर ताले लगाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जांच टीम आने के बाद इन्हे खोल दिया जाएगा।