सिचाई विभाग के रेस्ट हाउस में बने क्वार्टरों मे भरा पशुओं का चारा
आईटीआई समराला के नजदीक सिचाई विभाग द्वारा बनाए गए रेस्ट हाउस मे एक कर्मचारी ने नियमों को ठेंगा दिखा कर कर्मचारी रहने वाले क्वार्टरों मे पशुयों का चारा (तूडी) भर दी। कर्मचारी ने द्वारा तूडी भरने का काम उस समय किया गया जब पंजाब सरकार ने कोरोना महामारी से बचने के लिए लाकडाउन किया हुआ था। हालांकि कर्मचारी ने शहर मे आवाजाही ना होने के कारण इस समय का फायदा उठाया लेकिन कुछ राहगीरों की नजर से तूडी भरने का काम बच ना सका और उन्होने तूडी भरने की तस्वीरें मौके पर कैमरे मे कैद कर ली।
संस, समराला
आइटीआइ समराला के पास सिचाई विभाग द्वारा बनाए गए रेस्ट हाउस में एक कर्मचारी ने नियमों को ठेंगे पर रख कर्मचारियों के रहने वाले क्वार्टरों मे पशुओं का चारा भर रखा है। कर्मचारी ने द्वारा तूड़ी भरने का काम उस समय किया गया, जब पंजाब सरकार ने कोरोना महामारी से बचने के लिए लॉकडाउन किया हुआ था। हालांकि कर्मचारी ने शहर में आवाजाही ना होने के कारण इस समय का फायदा उठाया, लेकिन कुछ राहगीरों की नजर से तूड़ी भरने का काम बच ना सका और उन्होने तूड़ी भरने की तस्वीरें मौके पर कैमरे मे कैद कर ली।
उल्लेखनीय है कि इन कुछ क्वार्टरों मे चारा भरने का सिलसिला विभाग की नाक के नीचे कई सालों से चल रहा है, लेकिन अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही को अनदेखी किए बैठे हैं। हालांकि इस रेस्ट हाउस मे सिचाई विभाग के छोटे बडे़ कर्मचारी बैठते हैं। इस रेस्ट हाउस मे कर्मचारी को क्वार्टरों मे तूड़ी भरने के किस अधिकारी ने आदेश जारी किए हैं इस बारे मे पूछने पर विभाग के अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं।
इससे पहले भी यह रेस्ट हाउस चर्चा मे रहा है। क्योंकि, कुछ वर्ष पहले यहां मौजूदा कर्मचारियों द्वारा पशु बांधने के साथ साथ रात को एक प्राईवेट मिन्नी बस भी पार्क की जाती थी और सुबह ही इसको हटा लिया जाता था ताकि किसी की नजर इस बस पर ना पड़ जाए। जब यह मिनी बस का रेस्ट हाउस मे खड़ा करने का मामला अखबारों की सुर्खियां बना तो बस को यहां से हटा लिया गया।
विभाग के एसडीओ किरनदीप सिंह से सम्पर्क करने की कोशिश की तो उन्होने बार बार फोन करने पर भी फोन नहीं उठाया। हलांकि विभाग के जेई सुरजीत सिंह यह माना कि हर वर्ष क्वार्टरों मे तूड़ी भरी जा रही है, लेकिन कुछ दिन पहले ही इसको क्वार्टर खाली करने का पत्र लिखा है, अगर कुछ दिन बाद भी खाली ना किया गया तो इसके खिलाफ बनती कारवाई की जाएगी।