जैन स्थानक रूपा मिस्त्री गली में 16वें तीर्थकर शांतिनाथ भगवान की कथा का किया वर्णन
गुरु आत्म-श्रमण-रत्न-क्रांति- प्रवेश माला आदर्श अल्का सुशिष्य मधुर वक्ता वर्षीतप आराधिका प्रवचन प्रभाविका मौन साधिका पू. श्री मनीषा म. सा. सिद्धांताचार्य सेवाभावी पू. श्री प्राप्ति जी म. ठाणा-2 के पावन सानिध्य में भगवान शांतिनाथ भगवान कथा का आयोजन जैन स्थानक रूपा मिस्त्री गली में आयोजित हुआ।
संस, लुधियाना : गुरु आत्म-श्रमण-रत्न-क्रांति- प्रवेश, माला आदर्श, अल्का सुशिष्य मधुर वक्ता, वर्षीतप आराधिका प्रवचन प्रभाविका, मौन साधिका पू. श्री मनीषा म. सा. सिद्धांताचार्य, सेवाभावी पू. श्री प्राप्ति जी म. ठाणा-2 के पावन सानिध्य में भगवान शांतिनाथ भगवान कथा का आयोजन जैन स्थानक रूपा मिस्त्री गली में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर गुरुणी म. श्री मनीषा म. के मुखारविद से भगवान शांतिनाथ की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि कथा के करने मात्र से, सुनने मात्र से सारे संकट व व्याधि दूर हो जाते है। मंच का संचालन महामंत्री योगेश जैन, दीपांशु जैन ने किया। उन्होंने बताया कि 23 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर चातुर्मास आरंभ होने के उपलक्ष्य में पूरे दिन श्रद्धालुओं द्वारा अखंड पाठ सुबह छह से शाम छह बजे तक किया जाएगा। वहीं गुरु रत्न अलका सुशिष्या पू. मनीषा म. द्वारा गुरु महिमा के बारे में श्रद्धालुओं को विस्तार से सुनाया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि शुक्रवार से सुबह प्रवचन 8.15 से 9.15 तक होगा। इसी के सा. गुरुणी म. मनीषा जी का सिद्धांताचार्य का 17 वर्षो से एकाशनों का वर्षी तप चल रहा है। उनका 114वां एकासना तप है। चातुर्मास में सभी सामायिक, तपस्या, अधिक से अधिक करने का संकल्प ले। इस अवसर पर अशोक जैन हाईलैंड व समस्त पदाधिकारीगण, आत्म महिला मंडल, आत्म नवयुवती महिला मंडल, आत्म श्रमण रत्न सेवा संघ सभी सदस्यगणों ने धर्म सभा की शोभा बढ़ाई।