Move to Jagran APP

खुद को खाली कर परमात्मा की वाणी भरो : राजेंद्र मुनि

एसएस जैन स्थानक किचलू नगर में प्रवर्तक डॉ. राजेंद्र मुनि सुरेंद्र मुनि सुखसाता विराजमान हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 03:10 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 03:10 AM (IST)
खुद को खाली कर परमात्मा की वाणी भरो : राजेंद्र मुनि
खुद को खाली कर परमात्मा की वाणी भरो : राजेंद्र मुनि

संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक किचलू नगर में प्रवर्तक डॉ. राजेंद्र मुनि, सुरेंद्र मुनि सुखसाता विराजमान हैं। गुरुदेव राजेंद्र मुनि ने कहा कि पांडव शालीन थे, परंतु कौरव उदत थे। अगर आपने अपनी आत्मा को परमात्मा बनाना है तो संस्कारों को ग्रहण करना पडे़गा। जले सिंह के दूध को रखना हो तो सोने के पातरे में ही रखना होगा। अपने आप को खाली करो, आई एम नथिंग। फिर परमात्मा की वाणी को भरो। आप जब तक जीरो नहीं बनेंगे, तब तक आप शासन के हीरो नहीं बनेंगे।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि परिवर्तन वस्तु का धर्म है। नए कपड़े पुराने हो जाते हैं। समय आने पर नया घर, नए संबंध, एक दिन पुराने हो जाते हैं। जिसने जन्म लिया है, एक न एक दिन अवश्य मरेगा, क्योंकि चीज सदा एक ही व्यक्ति के पास रहे, यह संभव नहीं है। अत: वस्तु पर व्यक्ति ज्यादा आसक्ति न रखे। यही आसक्ति इस आत्मा को रुलाती है, दुखाती है, सताती है और भटका देती है। अनासक्त जीवन ही वास्तव में सुख कारण है।

उन्होंने कहा कि सुखी जीवन के लिए चार सूत्र हैं। हमेशा अपने छोटों को प्यार करो। दूसरी बात है बड़ों को देखकर आगे बढ़ो। उनकी सेवा, त्याग, दान, उपकार को देखकर वैसा करने का भाव बनाओ। तीसरी बात है अच्छे के लिए सदा प्रयत्नशील रहें। सदा चिंतन कर अच्छे कार्य मेरे हाथ से भी हो, इस बात के लिए प्रयत्न रहना चाहिए। चौथी बात है बुरे के लिए तैयार रहो। जीवन मात्र फूल की शैया नहीं है। कांटों की सेज है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.