कोरोना से बचाव के लिए नवरात्र पर घर में भी कर सकते हैं अनुष्ठान, लाइव होंगे मां के दर्शन
चैत्र व विक्रमी संवत 2078 के नवरात्रि मंगलवार से शुरू हो रहे हैं।
संस, लुधियाना : चैत्र व विक्रमी संवत 2078 के नवरात्रि मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण मंदिर कमेटियों ने इस बार नवरात्रि के लिए खास इंतजाम किए हैं। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क पहनना, शारीरिक दूरी का पालन करना और सैनिटाइजर को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई है। इसके अलावा कुछ मंदिरों से माता की आरती के लाइव प्रसारण की व्यवस्था भी की गई है।
नवरात्रि के लिए श्री दुर्गा माता मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव संजय महेंद्र बंपी व बलवीर गुप्ता का कहना है कि मंदिर प्रांगण में 13 से 21 अप्रैल तक प्रतिदिन सुबह 8:15 से 9:15 बजे तक श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ और पूजन मुख्य पुजारी पंडित हरिमोहन शर्मा, पंडित गिरधारी लाल करेंगे। इसके लाइव प्रसारण की व्यवस्था भी की गई है। महामारी की दूसरी लहर घातक है। कोरोना से बचाव के लिए लोग घर पर भी पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
- मास्क पहनकर आने वाले श्रद्धालु को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी।
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108 अखंड जोत के साथ होगी नवरात्रि की शुरुआत
पक्खोवाल रोड के विकास नगर स्थित श्री गीता मंदिर में नवरात्रि की शुरुआत 108 अखंड जोत प्रज्ज्वलित कर की जाएगी। मंदिर कमेटी के महासचिव प्रदीप ढल्ल ने बताया कि श्रद्धालुओं के मास्क पहनने व उन्हें सैनिटाइज करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
कैसे करें घट स्थापना :
डा. पुनीत गुप्ता के अनुसार घर में ऐसे शांत व स्वच्छ स्थान का चयन करें जहां पर पूजा करते समय आपका मुख पूर्व या उत्तर की ओर हो। मिट्टी या किसी धातु के क्लश में गंगा जल, एक सिक्का, जौ, चावल, रोली व तिल डालें। कलश के मुंह पर आम के पांच या सात आम पत्ते रखें। क्लश पर रोली से स्वास्तिक चिन्ह बनाएं और मौली बांध दें। एक पानी वाले नारियल पर लाल चुनरी या वस्त्र बांध कर लकड़ी की चौकी या मिट्टी की बेदी पर ईशान कोण में स्थापित कर दें। जौ या खेतरी बीजना। इसी समय मिट्टी के गमले या मिट्टी की बेदी पर भुरभुरी मिट्टी में, जौ बीज कर आम के पत्तों से ढक दें। तीसरे दिन अंकुर निकल आएंगे। हरे रंग के अंकुर सौभाग्य व सुख समृद्धि के सूचक हैं।
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मंदिरों में रहेगी नवरात्रि की धूम :
मां वैष्णों देवी मंदिर डिवीजन नंबर तीन, श्री नवदुर्गा मंदिर सराभा नगर, श्री दुर्गा माता मंदिर दुगरी, मां काली माता मंदिर हैबोवाल, लक्ष्मी नारायण मंदिर भाई रंधीर सिंह नगर, मां चितपूर्णी मंदिर आत्म नगर सहित हनुमान मंदिर, वेद मंदिर, साधु आश्रम, आदि में मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।