चौमासा हमे समझाने के लिए आता है : रचित मुनि
एसएस जैन स्थानक जनता नगर में विराजित श्री जितेंद्र मुनि म. सा. के सानिध्य में मधुर वक्ता श्री रचित मुनि महाराज ने चातुर्मास स्थापना दिवस पर कहा कि बहुत भागे बहुत दौड़े मगर क्या लक्ष्य पाया है बड़े ही हाथ मारे हैं मगर क्या हाथ आया।
संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक जनता नगर में विराजित श्री जितेंद्र मुनि म. सा. के सानिध्य में मधुर वक्ता श्री रचित मुनि महाराज ने चातुर्मास स्थापना दिवस पर कहा कि बहुत भागे, बहुत दौड़े मगर क्या लक्ष्य पाया है बड़े ही हाथ मारे हैं मगर क्या हाथ आया। आप अपनी जिदगी का अवलोकन किया करें, एकांत के क्षणों में विचार किया करें, कि हमने जिदगी में कितना खोया है कितना पाया आप अपनी पाकेट का तो हिसाब-किताब नित्य प्रतिदिन करते हैं परंतु आपने अपनी जिदगी का खाता लगाया है कभी, हम कितने खुदगर्ज हैं, जिसके लिए हमें जीवन मिला है। उसी को भुला दिया है। इतनी खुदगर्जी भी अच्छी नहीं है। अपनी जिदगी का हिसाब किताब रखो। जो भी तुम्हारे पास खुशी मुस्कुराहट आई है और जिदगी की मीठी मीठी मुस्कान मिली है, वह किसी पुण्य को खर्च करके मिली है। यूं ही नहीं मिली, कहीं ऐसा न हो पिछला पुण्य खर्च करते चले जाओ और कंगाल बनते चले जाओ, पुण्य अर्जित भी करना सीखो। चौमासा हमे जगाने-समझाने के लिए आता हैं। इस दौरान हिमाचल रत्न पूज्य श्री जितेंद्र म. सा. ने चातुर्मास को सार्थक ओर धर्म ध्यान करने की प्रेरणा दी। श्री तेजस मुनि महाराज सा. ने भजन के माध्यम से अपनी भावना प्रकट की। इस अवसर पर रचना जैन संघ के प्रधान सुनील जैन, महामंत्री हरदीप जैन ने चातुर्मास को सफल बनाने के लिए सभी से अपील की और शुभकामनाएं प्रदान की।