परिवार संग रहे, प्रभु का गुणगान कर कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना करें
विश्व में चल रही कोरोना महामारी को लेकर भारत सरकार ने लाकडाउन द्वारा कदम उठा कर इसे कंट्रोल करने का पुरुषार्थ किया है। हालांकि निश्चय में जिसका उदय कर्म आ गया वह इससे प्रभावित हो रहा है।
कृष्ण गोपाल, लुधियाना : विश्व में चल रही कोरोना महामारी को लेकर भारत सरकार ने लाकडाउन द्वारा कदम उठा कर इसे कंट्रोल करने का पुरुषार्थ किया है। हालांकि निश्चय में जिसका उदय कर्म आ गया, वह इससे प्रभावित हो रहा है। इसका उपाय एकमात्र यही है कि हम एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बनाएं रखें। समग्र जैन समाज के लोग देश के विभिन्न कोने में जहां भी है, वहां सुरक्षित हैं। यह जैन समाज के लिए एक उत्तम समाचार है। स्थानीय समाज हमारे साधु-साधवियों की उत्तम सेवा कर रही है, उनको हार्दिक साधुवाद। यह बात डा. शिवमुनि महाराज ने श्रावक श्राविकाओं को संदेश देते हुए कही। सभी समुदाय के लोगों का कहना है कि सुरक्षित तभी रहेंगे, जब भीड़ वाली जगह से दूरी बनाएंगे।
जैन धर्म के सिद्धांत विश्व कल्याण में लाभदायी
अभय जैन, जितेंद्र जैन, दविदर जैन, रजनीश जैन गोल्ड स्टार ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में जैन धर्म के सिद्धांत विश्व कल्याण के लिए लाभदायी साबित हो सकते है। भगवान महावीर स्वामी ने ढाई हजार वर्ष पर्व ही कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए ऐसे प्रभावी सिद्धांत दे डाले थे, जो आज मानवता की रक्षा में अहम है। अगर हम इन्हें अपने जीवन में धारण करें, तो कोरोना से मुक्ति पाई जा सकती है।
मास्क व शारीरिक दूरी ही सुरक्षित उपाय
विपिन जैन श्रमण, विपन जैन राज जैन, मुकेश जैन, अशोक जैन शाल्स ने कहा कि कोविड महामारी की दूसरी लहर भयावह है। कब किसे हो जाए, पता नहीं। इसलिए इससे बचने के लिए मास्क, अलगाव यानि क्वारंटाइन, शारीरिक दूरी बनाए रखना ही सेफ होने का सबसे बड़ा माध्यम है। इस भयावह में प्रभु महावीर की बताई बातें याद आ रही है कि उन्होंने अपने समय दौरान बताया दिया था कि यह मुहिम विश्व के कल्याण का माध्यम बनेगी।
अब नहीं संभले तो आने वाले समय मुश्किल होगा
सुभाष जैन, रजनीश जैन, फूलचंद जैन शाही लिवास ने कहा कि कोविड महामारी की दूसरी लहर में अगर अब भी नहीं संभले तो महामारी से बचना मुश्किल हो जाएगा। कोरोना ने पिछले एक वर्ष से अब तक सभी रिकार्ड तोड़ दिए है। महानगर वासियों के लिए यह खतरे की घंटी है। जो महत्वूपर्ण कार्य हो, उसके लिए ही बाहर निकले। घर में अपने परिवार संग समय बिताएं, प्रभु का गुणगान करे। तभी हम सब इसे बीमारी से निजात पा सकते।