संत भंडारी पदम चंद्र की जन्म जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई
राष्ट्र संत उत्तर भारतीय प्रवर्तक भंडारी पदम चंद्र महाराज स. की 103वीं जन्म जयंती मनाई गई।
संस, लुधियाना : राष्ट्र संत उत्तर भारतीय प्रवर्तक भंडारी पदम चंद्र महाराज सा. की 103वीं जन्म जयंती मोती राम समाधि स्थल गऊशाला रोड़ पर महासाध्वी डॉ. सुरभि महाराज के सानिध्य में मनाई गई। महासाध्वी ने गुरुदेव के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरुदेव का जन्म हरियाणा सोनीपत के हलालपुर गांव में पिता गणेशी लाल, माता सुख देवी के घर हुआ। पं. हेमचंद महाराज के सानिध्य में रहकर आचार्य सम्राट की आत्मा राम म. सा की सेवा में काफी समय बिताया। आचार्य श्री ने उनको भंडारी नाम की उपाधि दी, वो आचार्य श्री के शास्त्र आदि का अभ्यास करते थे। इसलिए उनको भंडारी का नाम दिया गया। गुरुदेव श्री ने 108 से अधीन दीक्षा कराई। अनेकों समाज का भलाई की। इस दौरान सामायिक करने वाले बहनों को प्रभावना वितरित की गई। इस दौरान बहनों ने भजन के माध्यम से गुरुदेव जीवन पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर गुरु अमर जैन इंटरनेशनल वेल्फेयर फाउंडेशन के महामंत्री गिरधारी लाल जैन ने गुरुदेव के जीवन के बारे में कहा कि गुरुदेव श्री ने सैंकड़ों स्कूल, अस्पताल आदि खोले, जिससे हर समाज को इसका लाभ मिलता रहे। अनेको जैन स्थानकों का निर्माण करवाया जो आज साधु संतों और समाज के काम आ रहे है। गुरुदेव श्री परोपकार, उपकारी धर्म का प्रचार करने में सबको प्रोत्साहित करते थे। दीन दुखियों का दुख हरते थे। इस अवसर पर गुरु अमर जैन इंटरनेशनल वेल्फेयर फाउंडेशन द्वारा 21 जरूरतमंद परिवारों को राशन सहित बच्चों को पाठय सामग्री वितरित की गई। इस अवसर पर विजय कुमार जैन, मंधीर जैन, सतपाल गुप्ता, सुभाष जैन, वरिदर जैन, नीतिन छाबड़ा, रिशी चावला, संत राम जैन, परमिदर कौर, प्रवीण जैन, त्रिशला जैन, सलोचना जैन, राजन बजाज, राजेश जैन सहित अंबाला, पानीपत आदि से श्रद्धालुगण उपस्थित थे।