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लुधियाना में घने कोहरे के बीच 8 घंटे तक लेट हो रही ट्रेनें, कड़ाके की ठंड में स्टेशन पर बेदम हो रहे यात्री

लुधियाना में घनी धुंध पड़ने से ट्रेनों के आने के समय में देरी हो रही है जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कड़ाके की ठंड में यात्रियों को आठ घंटे तक स्टेशन पर बिताने पड़ रहे हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2020 08:26 AM (IST)Updated: Sat, 19 Dec 2020 08:26 AM (IST)
लुधियाना से दूसरे राज्यों से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेन 2 से 8 घंटे लेट चल रही है।

लुधियाना, [डीएल डॉन]। घने कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार कम हो गई है, जिससे सफर में चल रहे यात्री बेदम हो रहे हैं। इधर एक सप्ताह से मौसम में बदलाव आने से ट्रेनों के परिचालन में परेशानी बढ़ गई है। ड्राइवर और गार्ड चाह कर भी ट्रेनों का स्पीड नहीं बढ़ा पाते हैं क्योंकि गहरी धुंध होने से रेल ट्रैक पर दूर तक कुछ दिखाई नहीं देता। जिससे तकरीबन ट्रेनें घंटों लेट चल रही है। दूसरे राज्यों से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेन 2 से 8 घंटे लेट चल रही है।

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रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन लेट होने से यात्री पूछताछ केंद्र पर लगातार जानकारी हासिल करने में जुटे रहते हैं। पूछताछ केंद्र पर भी ट्रेनों के परिचालन की सही जानकारी नहीं होती। रेल अधिकारी बताते हैं कि घने कोहरे के कारण लंबी दूरी की ट्रेनें पीछे से ही लेट आ रही हैं, जिससे लुधियाना आते-आते 2 से 8 घंटे तक लेट हो रही हैं। ट्रेन लेट होने से ट्रेन में सवार यात्री भूख-प्यास बेदम हो जा रहे हैं।

लुधियाना से सफर कर दूसरे प्रदेश जैसे यूपी बिहार जाने वाले यात्री रेलवे स्टेशन पर इंतजार करते रहते हैं। काफी ऐसे यात्री होते हैं जो परिवार के साथ सफर करने के लिए लुधियाना रेलवे स्टेशन पर आ रहे हैं और ट्रेनें 8 घंटा तक लेट हो जाने के कारण परिवार के साथ परेशान हो जा रहे हैं। कड़ाके की ठंड में यात्रियों के लिए विश्राम स्थल पर ठंड से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है। यात्रियों का कहना है कि अगर उन्हें पता होता कि ट्रेन 8 घंटे लेट होगी तो वे बच्चों के साथ सफर पर नहीं निकलते और मौसम ठीक होने का इंतजार करते।

कोविड-19 जांच के कारण 2 घंटे पूर्व ही पहुंचना होता है स्टेशन

रेल सफर के जाने से पहले यात्रियों को कोविड-19 जांच करवाना अनिवार्य है, जिससे यात्रियों को तय समय के 2 घंटे पहले ही रेलवे स्टेशन पहुंचना होता है। कड़ाके की ठंड में 2 घंटे कोविड-19 जांच और इसके बाद 8 घंटे ट्रेन लेट होने से यात्रियों को 10 से 12 घंटे रेलवे स्टेशन पर ही गुजारने पड़ते है। यात्री राकेश कुमार अवतार सिंह मनदीप सिंह आदि ने कहा कि सुबह 03:30 बजे ट्रेन पकड़ने के लिए 01:00 बजे रात्रि रेलवे स्टेशन पर पहुंचे लेकिन ट्रेन 8 घंटे लेट होने से परेशानियों का सामना करना पड़ा।  

लेट चलने वाली रेलगाड़ियां

घने कोहरे के कारण जो ट्रेनें 2 से 8 घंटे देरी से चल रही हैं, उनमें शहीद एक्सप्रेस, फ्रंटियर मेल, मालवा एक्सप्रेस, किसान मेल, झेलम एक्सप्रेस, जम्मू-तवी एक्सप्रेस, श्री शक्ति एक्सप्रेस, अमृतसर जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस आदि ट्रेनें शामिल है। इस संबंध में फिरोजपुर रेल मंडल के ट्रैफिक इंस्पेक्टर आर के शर्मा से बात करने पर उन्होंने कहा कि मौसम में भारी बदलाव के कारण ट्रेनों के परिचालन घंटों लेट हो रही है। यात्रियों की असुविधा के लिए रेलवे को खेद है।


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