रेलवे ने तीन दिन में 7.34 लाख रिफंड किए
रेलवे की ओर से 15 अगस्त तक यात्री ट्रेनों के संचालन नहीं करने का फैसला किया है।
जासं, लुधियाना : रेलवे की ओर से 15 अगस्त तक यात्री ट्रेनों के संचालन नहीं करने का फैसला किया है। इससे पहले जुलाई में ट्रेनों के आवागमन को लेकर योजना तैयार कर ली थी और देश के कई रूट्स पर ट्रेन चलाई जानी थी परंतु संचालन से पहले कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए रेलवे ने निर्णय बदल दिया। पहले रेलवे द्वारा रिजर्वेशन का काम शुरू किया गया और अब रिफंड देने पड़ रहे हैं। औद्योगिक नगरी लुधियाना से दूसरे राज्यों को जाने वाले लोगों की संख्या अधिक थी। इनमें से अधिकतर लोग अन्य विकल्पों से घरों की ओर पलायन कर चुके हैं। ऐसे में लुधियाना रेलवे बुकिग काउंटर पर बेहद कम लोग ही रिफंड के लिए जुट रहे हैं। इसको लेकर रेलवे प्रबंधन की ओर से भी कोई कोताही नहीं बरती जा रही और बिना किसी रोकटोक समय पर रिफंड जारी किए जा रहे हैं। रिफंड प्रक्रिया सेंट्रललाइजड होने के चलते जो जहां पर है वहीं से रिफंड ले रहा है।
लुधियाना रेलवे स्टेशन के चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर इन्द्रजीत सिंह के मुताबिक ज्यादातर लोगों ने कोरोना संकट के दौरान ऑनलाइन बुकिग करवाई थी। जबकि जिन लोगों ने लुधियाना रेलवे काउंटर से टिकट खरीदी थी, उनके रिफंड समय पर जारी किए जा रहे हैं। कम लोगों की ओर से ही टिकट बुकिग करवाए जाने के चलते रिफंड को लेकर भीड़ नहीं है। ट्रेन से बंद होने के बाद लुधियाना रेलवे ने पिछले तीन दिनों में 7.34 लाख रुपये का रिफंड किया है। लॉकडाउन के कारण अब तक लुधियाना रेलवे की ओर से दो करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जा रही और स्टाफ पूर्ण सहयोग देकर तत्काल रिफंड जारी कर रहा है।