बुड्ढा दरिया में गोबरयुक्त पानी गिराने वालाें पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का शिकंजा, 23 डेयरी संचालक तलब Ludhiana News
बुड्ढा दरिया में प्रदूषण फैलाने वालों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शिकंजा कस दिया है। दरिया में केमिकलयुक्त पानी गिराने वाली 44 डाइंगों को पीपीसीबी क्लोजर नोटिस दे चुका है।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। बुड्ढा दरिया में प्रदूषण फैलाने वालों पर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। दरिया में केमिकल युक्त पानी गिराने वाली 44 डाइंगों को पीपीसीबी क्लोजर नोटिस देकर बंद कर चुका है। 13 दिन से 44 डाइंग इकाइयां पूरी तरह से बंद हैं वहीं पीपीसीबी ने अब डेयरियों द्वारा हो रहे प्रदूषण की तरफ रुख कर दिया। पीपीसीबी ने मोहल्लों में अवैध तरीके से चल रही डेयरियों को अब पटियाला तलब करना शुरू कर दिया है। हाल ही में पीपीसीबी ने मोहल्लों में चल रही 23 डेयरियों को समन जारी करके सात अगस्त को पटियाला में चेयरमैन के सामने पेश होने को कहा है। पेशी के बाद डेयरी मालिकों के खिलाफ कार्रवाई पर फैसला लिया जाएगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने नगर निगम और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को दो टूक कहा है कि बुड्ढा दरिया में किसी भी तरह की गंदगी नहीं गिरनी चाहिए। बोर्ड के चेयरमैन अब इस मामले की सुनवाई करके डेयरी संचालकों के खिलाफ आगे की कार्रवाई करेंगे।
डेयरियों का गोबर आने पर सतगुरु बंद कर चुके हैं दरिया की सफाई
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने श्री भैणी साहिब के सतगुरु ठाकुर उदय सिंह के नेतृत्व में टास्क फोर्स का गठन किया था। सतगुरु ठाकुर उदय सिंह ने अपनी संगत के सहयोग से बुड्ढा दरिया की सफाई का अभियान शुरू किया था। करीब डेढ़ किलोमीटर तक दरिया को साफ कर चुके थे, लेकिन केंद्रीय जेल के पीछे बनी डेयरियों से गोबर लगातार दरिया में डाला जाता रहा। सतगुरु पीपीसीबी के अफसरों से लेकर मिशन तंदुरुस्त पंजाब के डायरेक्टर तक को इसके बारे में बताते रहे, लेकिन डेयरियों का गोबर तब भी दरिया में गिरता रहा, जिसके बाद सतगुरु ठाकुर उदय सिंह ने दरिया की सफाई करनी बंद कर दी।
सीवरेज में गोबर का पानी डालने पर निगम भी कर चुका है कार्रवाई
शहर के अलग-अलग हिस्सों में सैकड़ों की तादात में डेयरियां चल रही हैं। जो डेयरियां बुड्ढा दरिया के किनारे हैं उनका पानी अंडरग्राउंड पाइपों के जरिए दरिया में गिराया जा रहा है, जबकि जो डेयरियां दरिया से दूर हैं वह गोबर युक्त पानी सीधे निगम के सीवरेज में डाल रहे हैं, जिससे उन इलाकों में सीवरेज की समस्या पैदा हो रही है। नगर निगम भी कई बार इन डेयरी संचालकों पर कार्रवाई कर चुका है। इसके बावजूद अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
डेयरियां शिफ्ट करने के लिए जमीन की फिजिबिलिटी हो रही है चेक
ताजपुर डेयरी कांपलेक्स और हैबोवाल डेयरी कांपलेक्सों का गोबर युक्त पानी बुड्ढा दरिया में न गिरे इसके लिए भी एनजीटी नगर निगम व पीपीसीबी को सख्त कार्रवाई के निर्देश दे चुका है। एनजीटी के आदेशों के बाद नगर निगम ने दो प्रपोजल तैयार किए, जिसके तहत या तो दोनों कांपलेक्सों में ईटीपी लगाए जाएं या फिर डेयरियों को यहां से शिफ्ट कर दिया जाए। डेयरी शिफ्टिंग को लेकर डेयरी संचालकों ने हामी भर दी है, जिसके बाद नगर निगम ने दो जगहों का चयन भी कर लिया है। अब डेयरी संचालक उन दोनों जगहों की फिजिबिलिटी चेक करेंगे। अगर दोनों जगहें डेयरी संचालकों को ठीक लगी तो डेयरियों को शिफ्ट करने का काम शुरू किया जाएगा।
डेयरी संचालकों को बार-बार कहा जा रहा है कि दरिया में गोबर न गिराएं। दोनों डेयरी कांपलेक्सों के डेयरी संचालकों को भी कहा गया कि वह जब तक शिफ्टिंग या ईटीपी की व्यवस्था नहीं होती तब तक वह अपने स्तर पर दरिया में गोबर जाने से रोकें। बाहर मोहल्लों में चल रही 23 डेयरियां दरिया में गोबर युक्त पानी गिरा रही हैं उन्हें सात अगस्त को पटियाला हेड ऑफिस में तलब किया है। जहां उनकी पेशी चेयरमैन के सामने होगी। संदीप बहल, एसई, पीपीसीबी, लुधियाना