लुधियाना पुलिस ने 11 बंधुआ बाल श्रमिक छुड़ाए, बचपन बचाओ आंदोलन ने की थी शिकायत
पुलिस कमिश्नर (सीपी) राकेश अग्रवाल के दिशा निर्देशों पर एडीसीपी-4 रुपिंदर कौर सरां के नेतृत्व में एसीपी जंग बहादुर व एसीपी नार्थ को कमान सौंपी गई थी। इसके बाद एसीपी व तहसीलदार के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम ने यह कार्रवाई की।
लुधियाना, जेएनएन। जिला पुलिस ने बस्ती जोधेवाल के अंतर्गत पड़ते सरदार नगर में आरपी गारमेंट व तोशिफ कलेक्शन में रेड कर 11 बाल मजदूराें काे छुड़ाया। टीम ने आरपी गारमेंट्स से तीन व तोशिफ कलेक्शन से आठ बंधुआ बाल श्रमिकाें काे मुक्त कराया। सभी बच्चे बिहार के रहने वाले है और बिना न्यूनतम मजदूरी के 12 से 13 घंटे काम करने पर विवश थे।
पुलिस कमिश्नर (सीपी) राकेश अग्रवाल के दिशा निर्देशों पर एडीसीपी-4 रुपिंदर कौर सरां के नेतृत्व में एसीपी जंग बहादुर व एसीपी नार्थ को कमान सौंपी गई थी। इसके बाद एसीपी व तहसीलदार के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम ने यह कार्रवाई की।
बचपन बचाओ आंदोलन की मुहिम लाई रंग
बचपन बचाओ आंदोलन के दिनेश कुमार ने बताया कि उनको सितंबर माह में सूचना मिली थी कि बिहार से कुछ तस्कर उनके गांवो से बच्चों को बहला फुसला कर लुधियाना के बस्ती जोधेवाल के सरदार नगर में लाये है और बच्चों से घंटों काम करवाया जाता है, जिसके बाद हमने तुरंत जिला बाल सुरक्षा अधिकारी को रेड करने हेतु इसकी शिकायत दी थी।
रेस्क्यू टीम में रेवेन्यू विभाग से तहसीलदार रेशम सिंह, डिप्टी डायरेक्टर फैक्ट्री सुखविंदर सिंह भट्टी, सेहत विभाग से डॉक्टर हरि ओम गुप्ता, शिक्षा विभाग से दलजीत सिंह, लेबर विभाग से इंस्पेक्टर इंदरप्रीत कौर, हरप्रीत कौर, जिला बाल सुरक्षा यूनिट से संदीप पन्नू, पुलिस विभाग से एसीपी जंग बहादुर, एसीपी , इंस्पेक्टर स्पेशल ब्रांच जुनेजा एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग विंग की पुलिस फोर्स के साथ टीम के इंचार्ज निर्दोष कौर, बचपन बचाओ आंदोलन के दिनेश कुमार व अन्य शामिल थे।