चुनाव से पहले एक्शन के मूड में लुधियाना पुलिस
विधानसभा चुनाव का भले ही अभी बिगुल न बजा हो लेकिन सभी सियासी पार्टियों के नेताओं ने उसके लिए कमर कस ली है।
राजन कैंथ, लुधियाना
विधानसभा चुनाव का भले ही अभी बिगुल न बजा हो, लेकिन सभी सियासी पार्टियों के नेताओं ने उसके लिए कमर कस ली है। लुधियाना पुलिस व प्रशासन भी अभी से ही इसके लिए हर तरह की तैयारियां पूरी करने में लग गया है।
आगामी चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने को लेकर पुलिस व प्रशासन ने खुराफातियों की सूची बनाने के लिए पुलिस थानों और पुलिस चौकियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में शांति व्यवस्था बनाए रखने को 818 शरारती, झपटमार, नशा तस्कर व लूटपाट के आरोपितों के जमानती बांड भरवाए गए थे। उनके खिलाफ धारा 110, 119, 107 तथा 151 के तहत कार्रवाई हुई थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में 1025 लोगों के बांड भरवाए गए थे। उनकी जमानत देने वालों को भी चेतावनी दी गई थी कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की शरारत करने पर आरोपितों के खिलाफ तो कार्रवाई होगी ही, साथ ही जमानत देने वाले से जमानत की रकम भरवाई जाएगी। अब 2022 के विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने को लेकर प्रशासन की थाना क्षेत्र के 1200 लोगों को अपने राडार पर लेने की तैयारी है। बताया जाता है कि उक्त सूची में चौकियों के हिस्ट्रीशटर, झगड़ालू, नशा तस्कर, झपटमार और लूटपाट करने वाले लोग शामिल हैं। इतना ही नहीं इन सूचियों में कई जनप्रतिनिधि के नाम भी हो सकते हैं।
डीसीपी ला एंड आर्डर एसपीएस ढींढसा ने कहा कि पुलिस रूटीन में भी ऐसे एक्शन लेती रहती है, मगर चुनाव के दौरान संवेदनशील एरिया को प्वाइंट आउट करके उनकी संख्या बढ़ जाती है। पुलिस की यह प्रक्रिया किसी द्वेश की भावना से नहीं, बल्कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए की जाती है। उससे उन लोगों को पाबंद किया जाता है, जिनके कारण शांति भंग होने की आशंका रहती है। इसका मकसद है कि लोग शांतिपूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि बांड भरने वाले आरोपित व उनके जमानती एक साल तक के लिए पाबंद रहते हैं।