लुधियाना में नशे के लिए करवाई थी बैंक के बाहर 2.80 लाख की लूट, कर्मी समेत दो काबू, छह फरार
गिल रोड पर इंडसइंड बैंक के बाहर हुई 2.80 लाख रुपये लूट को पुलिस ने सुलझा लिया है।आरोपितों से 43500 रुपये और वारदात में इस्तेमाल किया मोटरसाइकिल भी बरामद हुआ है।
लुधियाना, जेएनएन। गिल रोड पर इंडसइंड बैंक के बाहर हुई 2.80 लाख रुपये लूट को पुलिस ने सुलझा लिया है। जिस कर्मचारी से यह लूट हुई थी, उसी के सहकर्मी ने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। मामले में पुलिस ने दुकान के कर्मी अरजिंदर सिंह उर्फ रोबिन व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि छह आरोपित फरार हैं।
आरोपितों से 43500 रुपये और वारदात में इस्तेमाल किया मोटरसाइकिल भी बरामद हुआ है। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने बताया कि अर¨जदर ने पूछताछ में बताया कि वो 28 अगस्त को अपने दोस्त गुरप्रीत ¨सह कलसी के विश्वकर्मा कॉलोनी स्थित घर में हिमांशु मरवाहा, कुंतल सचदेवा, अभिजीत मंड, कशिश भिंडर और मुदित सूद के साथ मिला था।
मुदित, कशिश, अभिजीत और कुंतल ने कहा कि उन पर पहले भी मामले दर्ज हैं और वो फरार चल रहे हैं। पैसों की जरूरत है और लूट के लिए कोई टारगेट मिल जाए तो सभी का काम चल सकता है। इस पर अरजिंदर ने बताया कि उनकी दुकान का बुजुर्ग कर्मी कुलदीप कभी-कभी बैंक में पैसे जमा करवाने जाता है, उसे लूटा जा सकता है। योजना बनी और कुलदीप सिंह को 31 अगस्त को लूटने की कोशिश की गई, लेकिन उसके पास पैसे नहीं थी। इसके बाद एक सितंबर को दोबारा प्रयास किया गया और लूट सफल रही।
वीडियोकॉल कर दी थी जानकारी, फिर की वारदात
अरजिंदर ने गुरप्रीत और दीपक को वीडियोकॉल जानकारी दी थी कि कुलदीप पैसे जमा करने जाने वाला है। जैसे ही सभी ने निगरानी शुरू कर दी और जैसे ही वो बैंक के बाहर पहुंचा, लुटेरों ने बैग छीन लिया।
नशे ने फंसाया पूरे ग्रुप को, पहले दिन ही उखड़ा अरजिंदर
दरअसल, अरजिंदर नशे का आदी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो दुकान के सभी कर्मचारियों से सवाल-जवाब किए। इस दौरान अर¨जदर उखड़ सा गया। इसके बाद से वो नशा भी ज्यादा करने लगा। पुलिस की निगाह उस पर थी और वो पुलिस के शिकंजे में आ गया। इसके बाद पूरा राजफाश हो गया।
नेशनल खिलाड़ी पर हमला और रेस्टोरेंट मैनेजर पर गोली चला चुके हैं आरोपित
मामले में नामजद किए गए अभिजीत औव कशिश बास्केटबॉल के नेशनल खिलाड़ी पर दुगरी में और गांव पहीड के रेस्टोरेंट में मैनेजर पर गोली चलाने के मामलों में फरार चल रहे हैं। इसके अलावा आधा दर्जन से भी ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस को ये भी शक है कि एक सितंबर की शाम को हुई एक अन्य बड़ी लूट की वारदात को भी इन्हीं ने अंजाम दिया हो।