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पंजाबी बाल साहित्य की कमी पूरी करके ही पंजाब का विकास होगा

जासं, लुधियाना : पंजाब कृषि विश्वविद्यालय मे शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्ध प्राप्त पंजाबी लेखक

By Edited By: Published: Fri, 19 Jan 2018 10:01 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jan 2018 12:03 PM (IST)
पंजाबी बाल साहित्य की कमी पूरी करके ही पंजाब का विकास होगा
पंजाबी बाल साहित्य की कमी पूरी करके ही पंजाब का विकास होगा
जासं, लुधियाना : पंजाब कृषि विश्वविद्यालय मे शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्ध प्राप्त पंजाबी लेखक गुलजार सिंह संधू की जीवनी पर पंजाबी के लेखक डॉ. रणजीत सिंह द्वारा लिखी गई पुस्तक 'रेत विच गुलजार' का लोकापर्ण किया गया। पीएयू के संचार व अंतर्राष्ट्रीय संपर्क केद्र मे पुस्तक का लोकापर्ण करने के उपरांत पंजाबी साहित्य अकादमी के पूर्व प्रधान प्रो. गुरभजन ंिसह गिल ने कहा कि डॉ. रणजीत सिंह के पास सहज, संतोष और समर्पण अथाह खजाना है। जिसको वह कलम के हवाले करके पंजाबियो के लिए सिर्फ मोती ही इकट्ठी नही करते, बल्कि पंजाबी पाठको को पंजाबी, अंग्रेजी व भारतीय भाषाओ मे निरंतर परोसते है। उन्होने कहा कि जब तक बाल मानसिकता के विकास के लिए पंजाबी बाल साहित्य को ज्ञान से भरपूर प्रेरणामयी जीवनियो के साथ नही जोड़ा जाता, तब तक बच्चो के सपनो मे गैबी किरदार ही रहेगे। उन्होने कहा कि धरती पुत्रो की कर्मशील जिदंगी के बारे मे दिलचस्प पुस्तके बाल साहित्य के रूप मे आएंगी, तो यकीनन बच्चो के मन मे वैज्ञानिक, खिलाड़ी, लेखक व देश भक्त लोक नायक के तौर पर उभरेगे। इस मौके पर पीएयू के पूर्व निर्देशक प्रसार शिक्षा डॉ. सरजीत सिंह गिल व डॉ. रणजीत सिंह,लेखक गुरदियाल सिंह कंवल, गुरपाल सिंह लिट, मलकीत सिंह, हरदेव सिंह व अन्य भी मौजूद रहे।

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