लुधियाना में फीस पर तकरारः गुस्साए अभिभावकों का स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन, बोले- नहीं भेजा जा रहा बच्चों को होमवर्क
डीजीएससी स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों ने कहा कि कोरोना काल में स्कूल बंद पड़े थे। फिर भी डवलपमेंट चार्जेज लिए जा रहे हैं। 2 अगस्त से स्कूल खुले हैं जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं उन्हें होमवर्क नहीं भेजा जा रहा है।
जासं, लुधियाना। कोरोना काल में निजी स्कूलों में फीस का मामला सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को एक बार फिर फीस के मुद्दे पर अभिभावकों ने एक निजी स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन किया। शिमलापुरी के डीजीएससी स्कूल के खिलाफ अभिभावक एकत्रित हुए और नारेबाजी की। अभिभावकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल डवलपमेंट चार्जेज और पूरी फीस की मांग कर रहा है जबकि कोरोना काल के चलते वह यह चार्जेज और फीस नहीं दे सकते हैं।
अभिभावकों ने कहा कि कोरोना काल में स्कूल बंद पड़े थे तो किस बात के डवलपमेंट चार्जेज लिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2 अगस्त से जब से स्कूल खुले हैं, जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं, उन्हें होमवर्क नहीं भेजा जा रहा है। स्कूल के सदस्यों का नारेबाजी कर रहे अभिभावकों के साथ व्यवहार भी कुछ अच्छा नहीं है।
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स्कूल ने कहा- सभी आरोप गलत
स्कूल मैनेजर हरजीत कौर से जब इस संबंधी जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि अभिभावकों की ओर से स्कूल पर लगाए जा रहे सभी आरोप गलत हैं। स्कूल ने किसी भी बच्चे को होमवर्क भेजना बंद नहीं किया है। स्कूल रोजाना बच्चों को होमवर्क भेज रहा है।
चुनिंदा अभिभावक स्कूल को बदनाम कर रहे
स्टाफ की ओर से अभिभावकों के साथ गलत व्यवहार किए जाने का आरोप भी बिल्कुल गलत है। स्कूल हर तरह से अभिभावकों को सहयोग कर रहा है। पिछले दो-तीन सालों से चुनिंदा अभिभावक स्कूल का नाम खराब करने पर लगे हैं और फीस को लेकर नारेबाजी करते हैं।