अब मंत्री आशु के वायरल आडियो से कांग्रेस की किरकिरी, वित्त मंत्री मनप्रीत बादल को लेकर कही बात से बवाल
कैबिनेट मंत्री एवं लुधियाना वेस्ट से कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशू ने कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए कई लोग वीडियो और आडियो की एडिटिंग करके उन्हें इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
जासं, लुधियाना। पंजाब में अंदरूनी खींचतान से जूझ रही कांग्रेस की अब वायरल हो रही एक आडियो से किरकिरी हो रही है। इंटरनेट मीडिया पर कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की एक पुरानी आडियो वायरल हो रही है। इसमें वे कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि से वेतन बढ़ोतरी को लेकर यह वायदे पूरे न करने पर वित्तमंत्री मनप्रीत बादल का विरोध कर कह रहे हैं। आशु कह रहे हैं कि आप मंत्री को ठोक दो पर कांग्रेस से बगावत मत करो। दैनिक जागरण इस आडियो की कतई पुष्टि नहीं करता है।
आशु की सफाई- राजनीतिक लाभ लेने के लिए इंटरनेट मीडिया का गलत इस्तेमाल
इस आडियो के सामने आने के बाद लुधियाना वेस्ट से कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशु ने कहा कि उनकी आवाज वाली एक वीडियो वायरल हो रही है। आजकल इंटरनेट मीडिया में बिना पुष्टि किए कुछ भी अपलोड कर दिया जाता है। इसी का फायदा कई लोग उठाते हैं। वह राजनीतिक लाभ लेने के लिए इंटरनेट मीडिया का गलत इस्तेमाल करते हैं। यह बेहद चिंताजनक विषय है। इसको लेकर चुनाव आयोग को भी सतर्कता बरतनी चाहिए।इंटरनेट मीडिया पर गलत वीडियो और पोस्ट डालने पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। कई लोग इसका गलत इस्तेमाल करके नेताओं की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर सख्ती किए जाना बेहद जरूरी है। आशु ने कहा कि कई वीडियो और आडियो में एडिटिंग कर उनका मतलब ही बदल दिया जाता है।
गूगल ने पिछले दिनाें हटाए हैं 4 लाख से ज्यादा पोस्ट
विधानसभा चुनावाें में इस बार उम्मीदवाराें ने इंटरनेट मीडिया पर ज्यादा फाेकस किया है। पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह की सामग्री की इंटरनेट मीडिया पर भरमार है। देश में इंटरनेट मीडिया के उपभोक्ताओं की संख्या करोड़ों में हाेने के कारण पोस्ट किए जाने वाली सामग्री को लेकर शिकायतें भी लगातार बढ़ रही हैं। गूगल को भारत से संबंधित उपभोक्ताओं की 24,569 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनके आधार पर 48,594 आनलाइन सामग्री को हटाया गया है। गूगल ने यह जानकारी अपनी मासिक पारदर्शिता रिपोर्ट में भी दी है। इससे पहले अक्टूबर में गूगल अपने आटोमेटेड डिटेक्शन सिस्टम से सर्च कर 3,84,509 सामग्रियों को हटाया था। हटाई गई सामग्री घृणास्पद दुष्प्रचार और भेदभाव से संबंधित थीं।
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