आरोप- अंदर वर्कर सो रहा था और नगर निगम ने बाहर से सील कर दी फैक्टरी
नगर निगम जोन ए बिल्डग ब्रांच ने दो दिन पहले एक फैक्टरी सील की। दो दिन बाद फैक्टरी मालिक ने निगम अफसरों को सूचना दी कि जब उनका एक वर्कर अंदर रह गया है।
By Edited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 09:55 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 11:40 AM (IST)
जासं, लुधियाना। नगर निगम जोन ए बिल्डिंग ब्रांच ने दो दिन पहले एक फैक्टरी सील की। दो दिन बाद फैक्टरी मालिक ने निगम अफसरों को फोन कर सूचना दी कि जब उन्होंने फैक्टरी सील की थी, तब उनका एक वर्कर अंदर रह गया था। वह दो दिन से फैक्टरी के अंदर ही है। इसके बाद निगम अफसर मौके पर पहुंचे और उन्होंने सील खोलकर वर्कर को बाहर निकाला। फैक्टरी मालिक का आरोप है कि निगम अफसरों ने वर्कर को बाहर निकाले बिना बिल्डिंग सील कर दी।
वहीं निगम अफसरों का कहना है कि जब उन्होंने फैक्टरी सील की थी तो अंदर एक एक जगह चेक की और वर्करों को बाहर निकाल दिया था। अब फैक्टरी मालिक ने सील खुलवाने के लिए यह ड्रामा किया है और एक वर्कर को पड़ोसियों की छत से अंदर उतार दिया। फैक्टरी मालिक का आरोप है कि नगर निगम अफसरों की लापरवाही की वजह से उनका एक वर्कर दो दिन से सील फैक्टरी के अंदर रहा। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला तो इस बात की जानकारी तुरंत निगम अफसरों को दी। देर शाम निगम अफसरों ने जब फैक्टरी की सील खोली तो वर्कर अंदर था। वर्कर का कहना है कि जब निगम अफसर आए थे तब वह सो रहा था।
नगर निगम जोन एक के एटीपी मोहन सिंह का कहना है कि फैक्टरी मालिक ने बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन किया है और बिना मंजूरी के फैक्टरी के ऊपरी मंजिल का निर्माण करवा रहा है। इसलिए उनकी फैक्टरी दो दिन पहले सील की गई थी। उन्होंने बताया कि फैक्टरी सील करते वक्त अंदर चेक किया गया था और कोई भी वर्कर अंदर नहीं था। अगर वर्कर दो दिन से अंदर था तो उन्हें पहले क्यों नहीं पता चला। उन्होंने बताया कि इस मामले में उच्च अधिकारियों को जानकारी दे दी है और फैक्टरी मालिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए पुलिस को शिकायत भी देंगे।
वहीं निगम अफसरों का कहना है कि जब उन्होंने फैक्टरी सील की थी तो अंदर एक एक जगह चेक की और वर्करों को बाहर निकाल दिया था। अब फैक्टरी मालिक ने सील खुलवाने के लिए यह ड्रामा किया है और एक वर्कर को पड़ोसियों की छत से अंदर उतार दिया। फैक्टरी मालिक का आरोप है कि नगर निगम अफसरों की लापरवाही की वजह से उनका एक वर्कर दो दिन से सील फैक्टरी के अंदर रहा। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला तो इस बात की जानकारी तुरंत निगम अफसरों को दी। देर शाम निगम अफसरों ने जब फैक्टरी की सील खोली तो वर्कर अंदर था। वर्कर का कहना है कि जब निगम अफसर आए थे तब वह सो रहा था।
नगर निगम जोन एक के एटीपी मोहन सिंह का कहना है कि फैक्टरी मालिक ने बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन किया है और बिना मंजूरी के फैक्टरी के ऊपरी मंजिल का निर्माण करवा रहा है। इसलिए उनकी फैक्टरी दो दिन पहले सील की गई थी। उन्होंने बताया कि फैक्टरी सील करते वक्त अंदर चेक किया गया था और कोई भी वर्कर अंदर नहीं था। अगर वर्कर दो दिन से अंदर था तो उन्हें पहले क्यों नहीं पता चला। उन्होंने बताया कि इस मामले में उच्च अधिकारियों को जानकारी दे दी है और फैक्टरी मालिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए पुलिस को शिकायत भी देंगे।
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