जसदेव सिंह सेखों की वापसी के लिए Mayor बलकार संधू से मिले निगम कर्मचारी, जानें पूरा मामला
पदाधिकारियों ने साफ कर दिया कि बिना सख्ती किए शहर को पालीथिन फ्री बनाना किसी भी हाल में संभव नहीं है। कमेटी के पदाधिकारियों ने मेयर से मांग की है कि वह इस संबंध में स्थानीय निकाय विभाग को पत्र लिखें और सेखों की वापसी करवाई जाए।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। नगर निगम लुधियाना में सेक्रेटरी रहे जसदेव सिंह सेखों की पुन: लुधियाना नगर निगम में वापसी की मांग फिर से उठने लगी है। म्यूनिसिपल कर्मचारी संघर्ष कमेटी ने मेयर बलकार सिंह संधू के साथ मीटिंग कर उनके सामने यह मांग रखी कि सेखों को अबोहर से फिर से लुधियाना वापस लाया जाए। कमेटी के पदाधिकारियों ने मेयर को कहा कि उनके कहने पर ही सेखों ने शहर को पालीथिन फ्री बनाने की मुहिम शुरू की थी।
पदाधिकारियों ने साफ कर दिया कि बिना सख्ती किए शहर को पालीथिन फ्री बनाना किसी भी हाल में संभव नहीं है। कमेटी के पदाधिकारियों ने मेयर से मांग की है कि वह इस संबंध में स्थानीय निकाय विभाग को पत्र लिखें और सेखों की वापसी करवाई जाए। इसके अलावा कमेटी ने नगर निगम में खोली पड़े पदों को भरने की भी मांग की। कमेटी के चेयरमैन अश्वनी सहोता ने कहा कि चारों जोनों में स्टाफ की कमी के कारण कर्मचारियों पर काम का बोझ ज्यादा है जिसके कारण वह मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दर्जा चार कर्मचारियों में जो भी क्लर्क की योग्यता पूरी करते हैं उन्हें पदोन्नत करके क्लर्क बनाया जाए। इसके अलावा नई भर्ती भी की जाए ताकि शहर का काम ठीक से चल सके।
अश्वनी सहोता ने बताया कि मेयर से सेखों की घर वापसी की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि मेयर ने भरोसा दिलाया है कि उनकी मांगों के संबंध में विभाग के आला अधिकारियों से बात करेंगे। गौरलतब है कि जसदेव सिंह सेखों को मेयर बलकार सिंह संधू ने ही पालीथिन फ्री लुधियाना मुहिम का इंचार्ज बनाया था जिसके बाद उन्होंने शहर में ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की, जिसके बाद उनका ट्रांसफर लुधियाना से अबोहर नगर निगम में कर दिया गया। इंटरनेट मीडिया पर भी शहर के लोगों ने सेखों के ट्रांसफर का विरोध किया था।