दाखा उपचुनाव में कैप्टन और संदीप संधू पर भारी पड़ी बिक्रम सिंह मजीठिया की रणनीति Ludhiana News
पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने उपचुनाव की घोषणा होते ही 15 दिन पहले दाखा की कमान संभाल ली थी। उन्होंने अयाली को जीत दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
लुधियाना, [अर्शदीप समर]। मुल्लापुर दाखा उपचुनाव में कैप्टन सरकार और कांग्रेस उम्मीदवार कैप्टन संदीप संधू के खिलाफ पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की रणनीति पूरी तरह से भारी पड़ी। मजीठिया ने उपचुनाव की घोषणा होते ही 15 दिन पहले दाखा की कमान संभाल ली थी। मजीठिया ने दाखा के सभी सीनियर नेताओं के साथ बैठक कर दाखा के विकास और सरकार की गलत नीतियों को लेकर एक मेनिफेस्टो तैयार किया।
इस दौरान मजीठिया कई दिन तक दाखा हलके में ही बैठे रहे और 200 से अधिक बैठकें शिअद नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ की। इसके अलावा मजीठिया ने गांव-गांव जाकर कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ जमकर प्रचार किया और लोगों से वादा किया कि अगर अयाली दाखा से जीतते हैं तो केंद्र सरकार से फंड लेकर जमकर विकास करेंगे।
एसएसपी और एसएचओ समेत कांग्रेस पर किया प्रहार
पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने दाखा उपचुनाव की कमान संभालते ही सबसे पहले मुल्लापुर दाखा के एसएचओ प्रेम सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला, जिसके बाद चुनाव आयोग ने एसएचओ प्रेम सिंह का तबादला कर दिया। एसएचओ के तबादले के बाद मजीठिया ने कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया। इस दौरान मजीठिया ने तीन बार कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रेसवार्ता कर जमकर प्रहार किया। मजीठिया ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के रोड शो को भी घेरते हुए उसे फेल बताकर जमकर निशाना साधा। अंत में मजीठिया ने एसएसपी संदीप गोयल को दाखा थाने के अंदर ही घेर लिया और उम्मीदवार मनप्रीत सिंह अयाली समेत सभी गिरफ्तारी देने पहुंच गए। इसके बाद चुनाव आयोग ने मतदान के एक दिन पहले देर रात गोयल को उपचुनाव से हटा दिया।
यूथ अकाली दल की मजीठिया ने दाखा में लगाई ड्यूटी
मजीठिया ने रणनीति के मुताबिक हर एक गांव में यूथ अकाली दल के सदस्य की ड्यूटी लगा दी थी। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री दलजीत सिंह चीमा, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के सलाहकार महेश इंदर सिंह गरेवाल व अन्य शिअद के सीनियर नेता भी मजीठिया के साथ दाखा में प्रचार करते थे। मतदान से पहले मजीठिया ने सभी यूथ अकाली दल के कार्यकर्ताओं की बूथ पर ड्यूटी लगा दी, ताकि कांग्रेस सरकार बूथ पर धक्केशाही कर जाली वोट न डलवा सके। इसके अलावा शिअद कार्यकर्ताओं की भी मजीठिया ने अलग-अलग ड्यूटियां लगाई।
सुखबीर और हरसिमरत के दौरों का भी जीत में अहम योगदान
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और सांसद सुखबीर सिंह बादल ने भी दाखा उपचुनाव में जमकर प्रचार किया। हरसिमरत ने दाखा की महिलाओं के साथ बैठक भी की। मनप्रीत अयाली के दोनों भाई बने जीत के सूत्र धार मनप्रीत सिंह अयाली की जीत में उनके दोनों भाई हरबीर सिंह अयाली और हरकिंदर सिंह अयाली ने सूत्रधार का काम किया। एक तरफ, अयाली के छोटे भाई हरबीर सिंह लोगों के बीच जाकर बैठक करते थे और शिअद का प्रचार कर कांग्रेस पर निशाना साधते थे। वहीं, मनप्रीत सिंह अयाली के सबसे छोटे भाई हरकिंदर सिंह अयाली दफ्तर में बैठक कर सारे उपचुनाव की रणनीति पर काम करते थे।
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