खन्ना मंडी में गेहूं के अंबार, लिफ्टिंग का इंतजार
सचिन आनंद, खन्ना एशिया की सबसे बड़ी खन्ना अनाज मंडी में गेहूं की आमद में दो दिन से आई तेजी ने इ
सचिन आनंद, खन्ना
एशिया की सबसे बड़ी खन्ना अनाज मंडी में गेहूं की आमद में दो दिन से आई तेजी ने इंतजामों की पोल खोल दी है। मंडी में गेहूं की खरीद तो तेजी से हो रही है, लेकिन लि¨फ्टग एक बड़ी समस्या बनी हुई है। मंडी में खरीदे गए गेहूं के कट्टों (बोरियों) के अंबार लगे हैं। सोमवार को इनकी संख्या करीब सवा पांच लाख हो गई है। आने वाले दिनों में समस्या और भी विकराल रूप धारण कर सकती है।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार रविवार तक मंडी में करीब दो लाख कट्टा गेहूं लि¨फ्टग के इंतजार में पड़ा था। सोमवार को करीब 1 लाख ¨क्वटल गेहूं की खरीद की गई, लेकिन लिफ्टिंग न के बराबर है।
जानकारी अनुसार अगर हालात यही रहे तो 2-3 दिनों में ही मंडी में गेहूं रखने के लिए स्थान नहीं मिल पाएगा। वहीं, मौसम विभाग ने बारिश और आंधी की भी संभावना जताई है। जिस कारण आढ़ती और किसान सहमे हुए हैं। दो लाख ¨क्वटल से ज्यादा की हुई खरीद
खन्ना मंडी और सहयोगी मंडियों में रविवार तक 2 लाख 1 हजार 620 ¨क्वटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। पिछले साल के 10 लाख 19 हजार 10 ¨क्वटल गेहूं की खरीद के आंकड़े से अभी यह काफी कम है। इसमें से मात्र 37 हजार 360 ¨क्वटल गेहूं की लि¨फ्टग ही हो पाई है। खन्ना मंडी में पनग्रेन ने 21 हजार 410, एफसीआइ ने 22 हजार 480, मार्कफेड 77 हजार 10, पनसप 15 हजार 790, वेयर हाउस 28 हजार 510, पंजाब एग्रो 12 हजार 510 और निजी व्यापारियों ने 1130 ¨क्वटल गेहूं खरीदा है। रौणी मंडी में पनग्रेन ने 18 हजार 320 ¨क्वटल, ईसड़ू में पनग्रेन ने 4460 ¨क्वटल गेहूं खरीदा है। मंडियों में 5650 ¨क्वटल गेहूं ही बिना बिके पड़ा था। किस एजेंसी का का कितना माल मंडी में
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार खन्ना मंडी में पनग्रेन का 17 हजार 70 ¨क्वटल, एफसीआइ का 22 हजार 480 ¨क्वटल, माकर्फेड का 60 हजार 750 ¨क्वटल, पनसप का 11 हजार 790 ¨क्वटल, वेयर हाउस का 23 हजार 530 ¨क्वटल, पंजाब एग्रो का 12 हजार 510 ¨क्वटल और निजी व्यापारियों का 280 ¨क्वटल गेहूं पड़ा है। इसके अलावा रौमी मंडी में पनग्रेन का 11 हजार 690 ¨क्वटल और ईसड़ू मंडी में 4160 ¨क्वटल गेहूं लि¨फ्टग के इंतजार में है। आमद तेज होने से आ रही समस्या : पजनी
खाद्य आपूर्ति विभाग के एएफएसओ मनीष पजनी ने कहा कि आमद और खरीद अचानक तेज होने से लि¨फ्टग की समस्या आई है। उन्होंने कहा कि खरीदे माल को उठाने के लिए 72 घंटे के तय समय में माल उठा लेंगे। सरकार द्वारा ट्रालियों को कमर्शियल वाहन के रूप में इस्तेमाल करने की नोटीफिकेशन के बाद लि¨फ्टग में तेजी आ जाएगी।