पाइप कटने से सड़क पर जमा हुआ पानी, एसडीओ ने निजी कंपनी के अधिकारी का गिरेबान पकड़ सड़क पर घुमाया
खन्ना के अमलोह रोड पर सीवरेज सफाई और सड़क के काम के दौरान शुक्रवार को कोई पाइप लाइन कटने से सड़क पर पानी भर गया।
सचिन आनंद, खन्ना : खन्ना के अमलोह रोड पर सीवरेज सफाई और सड़क के काम के दौरान शुक्रवार को कोई पाइप लाइन कटने से सड़क पर पानी भर गया। इस पर सुपर सक्कर मशीन के साथ आए निजी कंपनी के अधिकारी और एसडीओ सीवरेज बोर्ड का आपस में विवाद हो गया। इस विवाद के बीच में ही सड़क किनारे खड़े निजी कंपनी के अधिकारी अजमेर सिंह का एसडीओ सुखपाल सिंह ने सरेआम गिरेबान पकड़ लिया और उन्हें सड़क पर एक कोने से दूसरे कोने तक घुमा दिया।
अमलोह रोड पर इस वक्त तीन काम चल रहे हैं। सीवरेज बोर्ड सीवरेज व पानी की सप्लाई की पाइपलाइन बिछा रहा है, जिसकी देखरेख एसडीओ सुखपाल सिंह कर रहे हैं। इसके साथ पुरानी एक सीवरेज लाइन की सफाई भी चल रही है। इसे अमृतसर की निजी कंपनी की सुपर सक्कर मशीन कर रही है। इसके इंचार्ज अजमेर सिंह हैं। तीसरा काम अमलोह रोड पर इंटरलाकिंग टाइल लगाने का चल रहा है। शुक्रवार को इलाके में पानी की पाइप कटने से सड़़क पर पानी जमा हो गया।
इस मौके पर एसडीओ सुखपाल सिंह पहुंचे तो उनका अजमेर सिंह से विवाद हो गया। एसडीओ का कहना था कि निजी कंपनी ने सही तरीके से सफाई नहीं की, जिससे सीवरेज का पानी सड़क पर आ गया है। पानी की पाइप कटने का मसला इतना गंभीर नहीं है। इस पर अजमेर सिंह और एसडीओ में बहस हुई। इसके बाद एसडीओ सुखपाल ने अजमेर सिंह का गिरेबान पकड़ा और उसे कईं मीटर तक सड़क पर उसी तरीके से घुमाता रहा।
मौके पर खड़े सीवरेज बोर्ड के अन्य अधिकारियों और कौंसिल कर्मियों ने बीचबचाव कर अजमेर सिंह का गिरेबान छुड़वाया। अजमेर सिंह ने कहा कि बिना वजह सुखपाल सिंह ने उनसे बदसलूकी की। वे उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत कर कार्रवाई की मांग करेंगें। उधर, सुखपाल सिंह से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। उनका फोन नो रिप्लाई आता रहा। जेई परमजीत सिंह ने कहा कि छोटा सा विवाद हो गया था। उसे सुलझा लिया गया।
लोगों ने किया प्रदर्शन, की नारेबाजी
इस बीच दुकानदारों और आसपास के लोगों ने इकट्ठे होकर नगर कौंसिल और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि अव्यवस्था का आलम है और बहुत ही लापरवाही से काम चल रहा है। दुकानदार जस्सी फटाफट ने कहा कि अधिकारियों और नेताओं की लापरवाही के चलते लोग दुर्दशा के दौर से गुजर रहे हैं। कोई भी काम सही तरीके से नहीं चल रहा है।