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रेड मारने के अंदाज में आए अफसर, प्लास्टिक बैग के खतरे बताकर लौटे

जागरण संवाददाता, खन्ना पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने वीरवार को शहर की रेलवे रोड पर प्ल

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 May 2018 08:18 AM (IST)Updated: Fri, 04 May 2018 08:18 AM (IST)
रेड मारने के अंदाज में आए अफसर, प्लास्टिक बैग के खतरे बताकर लौटे
रेड मारने के अंदाज में आए अफसर, प्लास्टिक बैग के खतरे बताकर लौटे

जागरण संवाददाता, खन्ना

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पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने वीरवार को शहर की रेलवे रोड पर प्लास्टिक के लिफाफे बेचने वाले दुकानदारों पर रेड के अंदाज में दबिश दी, लेकिन कार्रवाई करने या किसी तरह की तलाशी लेने की बजाय दुकानदारों को जागरूक कर लौट गए। लेकिन तबतक बाजार में ये रेड की अफवाह फैल चुकी थी। आसपास के बाजारों में लिफाफा विक्रेताओं ने शटर देखते ही देखते डाउन कर दिये।

विभाग की टीम ने दुकानदारों को खाद्ययुक्त बायोडीग्रेडेबल बैग बेचने के लिए प्रेरित किया। अफसरों ने नरम लहजे में समझाया कि जो प्लास्टिक के बैग वे बेच रहे हैं वह नालियों में सीवरेज जाम कर देता है दूसरा कूड़े के ढेर से जानवर इसे खाकर मौत के मुह में समा जाते हैं। टीम में एसडीओ गुलशन कुमार व फील्ड अटेंडेंट विनोद कुमार शामिल थे। विभाग ने खन्ना के प्लास्टिक के बैग बेचने वाले दुकानदारों से संपर्क कर उन्हें खाद्ययुक्त बायोडिग्रेडेबल बैग बेचने के लिए प्रेरित करने को कहा था। जिसपर गुलशन कुमार ने वीरवार सुबह 11 बजे ही रेलवे रोड स्थित दुकानों पर गांधीगिरी दिखाते हुए उन्हें बायोडिग्रेडेबल बैग बेचने के लिए प्रेरित किया। मक्की के वेस्ट से बनते हैं यह लिफाफे

अफसरों ने बताया कि मक्की व अन्य दानों की वेस्ट से बने बायोडीग्रेडेबल बैग बनाते समय किसी भी रासायनिक पदार्थ का प्रयोग नहीं किया जाता। प्लास्टिक बैग के विपरीत यह बैग पानी में घुल जाते हैं और खाद का काम करते हैं। यूरोपीय देशों ने तो प्लास्टिक बैग पर पूर्ण पाबंदी लगाकर इन बैगों के प्रयोग न करने पर जेल भेजने के प्रावधान किए हुए हैं। दुकानदार बोले- कम हैं निर्माता

दुकानदारों की मुश्किल यह है कि बायोडीग्रेडेबल बैग निर्माता बहुत कम हैं। वे उनकी डिमांड पूरी नहीं कर पाते। खन्ना के थोक प्लास्टिक बैग विक्रेता सनी विजन ने बताया कि उन्होंने बोर्ड के चेयरमैन काहन सिंह पन्नू की अपील के बाद पता करवाया तो पता चला कि ये बैग बनाने वाले बहुत ही कम उद्योग हैं। जिससे पूरी सप्लाई उपलब्ध नहीं हो पा रही। उन्हें ये बैग मिलने लगेंगे तो वह प्लास्टिक के बैग बंद कर देंगे। नगर कौंसिल की है जिम्मेवारी : एक्सईएन

पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्सईएन राकेश नैयर ने बताया कि प्लास्टिक के बैग प्रयोग रोकने की जिम्मेवारी नगर कौंसिल की है। ये बैग प्रयोग करने व बेचने वालों पर 2500 रुपये जुर्माना किया जाता है लेकिन नगर कौंसिल अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से नहीं निभा रही। फतेहगढ़ साहिब रीजनल ऑफिस में पड़ती खन्ना सहित सभी नगर कौंसिलों को चेतावनी दी गई है कि वह अपने शहरों में प्लास्टिक के बैग बेचने वालों पर जुर्माना लगाए और प्लास्टिक बैग की बिक्री रोकें।


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