सरकार व किसान तैयार, आढ़तियों और मजदूरों में असमंजस बरकरार
किसानों के खातों में फसल की सीधी पेमेंट करने के फैसले पर जहां केंद्र सरकार कायम है वहीं इसका विरोध कर रहे आढ़ती भी पूरी तरह से अपनी मांगों पर अड़े हैं।
सचिन आनंद, खन्ना : किसानों के खातों में फसल की सीधी पेमेंट करने के फैसले पर जहां केंद्र सरकार कायम है, वहीं इसका विरोध कर रहे आढ़ती भी पूरी तरह से अपनी मांगों पर अड़े हैं। शनिवार को पंजाब में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होनी है। ऐसे में सरकार और किसान की तो तैयारी पूरी है, लेकिन आढ़ती ओर मजदूर के अड़ने से उनमें असमंजस की स्थिति बरकरार है। शुक्रवार को दिन भर चली बैठकों के दौर के बाद भी कोई फैसला निकल कर नहीं आया है। सारा दिन चले मंथन और शाम को आढ़तियों और मुख्यमंत्री की बैठक में भी कुछ साफ नहीं हो पाया। आढ़तियों के साथ ही मजदूर भी खफा हैं और वे भी हड़ताल पर चले गए हैं। कोई नतीजा नहीं निकलने के कारण आढ़ती गेहूं की ़खरीद को लेकर शनिवार को बैठक करेंगे। शुक्रवार को एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान विजय कालड़ा खन्ना पहुंचे और आढ़तियों से मुलाकात की।
अनाज मंडी में नहीं पहुंचा एक भी दाना
हर साल एक अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होती थी, लेकिन इस बार सरकारी खरीद भी 10 अप्रैल को शुरू की जानी है और असमंजस की स्थिति के चलते किसान एक भी दाना शुक्रवार शाम तक मंडी में लेकर नहीं पहुंचा है। किसानों ने एक अप्रैल के बाद ही फसल की कटाई जरूर शुरू कर दी थी, लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं होने के कारण उसे अभी अपने घरों में रखा हुआ है।
10 लाख मजदूरों की मेहनत का कौन जिम्मेवार ?
अनाज मंडी म•ादूर यूनियन के प्रधान दर्शन लाल ने कहा कि पंजाब के म•ादूरों की तरफ से भी हड़ताल करने का फैसला किया गया है। किसानों के बैंक खातों में फसल की कीमत की सीधी अदायगी से म•ादूरों की मजदूरी का कोई जिम्मेदार नहीं है। पहले उन्हें आढ़तियों से म•ादूरी मिल जाती थी पर सीधी अदायगी के फैसले के कारण आढ़ती अब मजदूरी देने की हामी नहीं भर रहे। सरकार के इस फैसले से पंजाब के 10 लाख म•ादूर प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले भी साल 2019 और 2020 की मजदूरी अभी तक नहीं दी है।
अधिकारी बोले, नहीं आएगी दिक्कत, तैयारी पूरी
डीसी वरिंदर कुमार शर्मा ने कहा कि सरकार 10 अप्रैल से खरीद शुरू करने जा रही है। मंडियों में किसानों को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। सभी खरीद एजेंसियों के प्रमुखों को खरीद के काम की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों की ़फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। मार्केट कमेटी खन्ना के सचिव हरमिन्दर पाल सिंह ने कहा कि अनाज मंडी खन्ना में सभी तैयारियां मुकम्मल हैं।