डीएल के लिए 5 महीने लगवाया चक्कर, 700 रुपये जमा करवाए, अब बोले डेट निकली
जागरण संवाददाता, खन्ना सरकारी कार्यालयों में बैठे कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को
जागरण संवाददाता, खन्ना
सरकारी कार्यालयों में बैठे कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। खन्ना तहसील परिसर की ड्राइ¨वग लाइसेंस शाखा के कर्मियों की ओर से एक व्यक्ति को शाखा का सर्वर डाउन होने का बहाना बताकर पहले पक्का लाइसेंस बनवाने के नाम पर पैसे जमा करवा लिए गए और अब यह कहकर भगा दिया गया कि पहले कच्चा लाइसेंस अप्लाई करना पड़ेगा, क्योंकि पहले बने कच्चे लाइसेंस की वैलेडिटी खत्म हो गई है। इसके कारण आपका लर्निग लाइसेंस रद किया जा चुका है।
आजाद नगर के रहने वाले प्लंबर का कार्य करने वाले बबलू ने बताया कि उसने 13 जून 2017 को अपना लर्निग ड्राइ¨वग लाइसेंस बनवाया था। यह लाइसेंस 12 दिसंबर 2017 तक के लिए वैध था और उसे 12 दिसंबर से पहले अपना पक्का ड्राइ¨वग लाइसेंस अप्लाई करना था। तय सीमा के अंदर उसने पक्का लाइसेंस अप्लाई करने के लिए डीएल अथॉरिटी कार्यालय पहुंचा जहां उसे यह कहकर चक्कर लगवाए जाते रहे कि सर्वर डाउन है। एक कर्मचारी से कहा कि 12 दिसंबर से पहले उसने अगर पक्के लाइसेंस के लिए आवेदन न किया तो उसका लर्निग लाइसेंस भी रद हो जाएगा। दिसंबर में जमा करवाए पैसे, बोले फोटो जनवरी में होगी
बबलू के अनुसार 8 दिसंबर 2017 को एसडीएम कार्यालय में बैठे कर्मचारी ने कहा कि वह पक्का ड्राइ¨वग लाइसेंस बनाने की फीस जमा करवा दें और उसकी फोटो जनवरी में कैमरा ठीक होकर आने के बाद कर ली जाएगी। बबलू ने 700 रुपये जमा करवा दिए और उसकी रसीद भी उसे दी गई। उसे हैरानी तब हुई जब लगातार पांच माह तक उसके चक्कर लगवाने के बाद अब उसे लाइसेंस कार्यालय के कर्मचारी ने कह दिया कि उसका लर्निग लाइसेंस रद हो गया है। बबलू ने कहा कि जब उससे 700 रुपये फीस दिसंबर में जमा करवाई गई है तो उसका पक्का लाइसेंस बनने की बजाय लर्निग लाइसेंस क्यों रद किया गया। एसडीएम से नहीं हो सका संपर्क
इस मामले में जानकारी लेने के लिये एसडीएम संदीप ¨सह से संपर्क करने की कोशिश कर गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।